जहरीली शराब से फिर गई दो की जान- आंखों की रोशनी खो बैठे दो लोग
मुजफ्फरपुर। राज्य के भीतर शराब बंदी लागू होने के बावजूद मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। दो लोगों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है जबकि दो लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। पीडित परिजनों का आरोप है कि जहरीली शराब पीने के बाद सभी की ऐसी हालत हुई है। घटना उजागर होते ही इलाके में हड़कंप मच गया है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस के अफसर मामले की छानबीन में जुट गये है और मृतकों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए हैं।
जनपद मुजफ्फरपुर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के पोखरिया पीर गांव में रहने वाले 50 वर्षीय उमेश शाह तथा 32 वर्षीय पप्पू राम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। उमेश शाह गुवाहाटी में रहकर पेंटर का काम कर रहा था जो विश्वकर्मा उत्सव में शामिल होने के लिए आया था। 32 वर्षीय पप्पू राम इलेक्ट्रिशियन का काम करता था और उसने भी विश्वकर्मा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान दारू का सेवन किया था।
इसके अलावा 45 वर्षीय राजू शाह एवं 26 वर्षीय धर्मेंद्र कुमार की आंखों की रोशनी चली गई है। मरने वालों के मोहल्ले में रहने वाले शिवचंद्र पासवान द्वारा शराब बेचने की बात सामने आई है जो घटना के बाद से ही अपने घर से फरार है। हालांकि पुलिस टीम ने दौड़ धूप करते हुए फरार हुए शिव चंद्र पासवान की बेटी एवं पत्नी को हिरासत में लिया है।
मामले की जानकारी मिलते ही एसपी अवधेश कुमार दीक्षित ने मौके पर पहुंचकर घटना की छानबीन की। उनका कहना है कि पुलिस ने मृतकों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए हैं। रिपोर्ट के बाद ही मरे लोगों की मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
बताया जा रहा है कि विश्वकर्मा पूजा के 1 दिन बाद यानी मूर्ति विसर्जन के दौरान कुछ लोगों ने शराब पी थी। जिसके बाद अगले दिन की सवेरे इन सभी की तबीयत खराब हो गई थी। जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा था। इसी दौरान उमेश शाह एवं पप्पू राम की मौत हुई है।