बाढ़ पीड़ितों की जान लेने बारात घर में भी ऐसे पहुंच गई मौत
सिद्धार्थनगर। बाढ़ की चपेट में आकर मौत के मुंह में समाने से बचने को बारात घर में शरण लेकर रह रहे लोगों में शामिल भाई बहन और एक अन्य की जान लेने को मौत वहां भी पहुंच गई। अचानक से बारात घर का पिलर गिर जाने से उसकी चपेट में आए चचेरे भाई बहन समेत तीनों की मौत हो गई। हादसे में एक 65 वर्षीय वृद्धा भी घायल हुई है जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जनपद के डुमरियागंज थाना क्षेत्र के भरवठिया मुस्तहकम के रहने वाले तकरीबन तीन दर्जन लोग गांव में बाढ़ का पानी घरों में घुस जाने की वजह से बारात घर में शरण लेते हुए रह रहे थे। जिनमें गांव का राजकुमार एवं उसका भाई बुधराम भी अपने परिजनों के साथ शामिल था। रविवार को तकरीबन आधी रात के बाद अचानक से हुए हादसे में बारात घर के कमरे में लगा एक पिलर अचानक से भरभराकर वहां पर सो रहे लोगों के ऊपर गिर गया। जिसकी चपेट में आकर राजकुमार के 13 वर्षीय बेटे राज सिंह चौहान और उसकी चचेरी बहन 18 वर्षीय पूनम चौहान तथा विवाहित 22 वर्षीय रिंका की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुई 65 वर्षीय वृद्धा को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया।
जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों मृतकों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। गांव वालों का आरोप है कि बारातघर के निर्माण मानकोें के अनुरूप सामग्री का उपयोग नही किया गया था। जिसके चलते भ्रष्टाचार के दम पर बनाकर खडा किये गये बारातघर का पिलर भरभराकर नीचे आ गिरा और हादसा करते हुए तीन लोगों की जान लेकर चला गया।