जिनके पास बूथ तक संगठन और लोग नहीं, वो चुनाव से भाग रहे: आरसीपी सिंह

पटना । जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) व राज्यसभा में दल के नेता आरसीपी सिंह ने गूगल मीट एवं फेसबुक लाइव के माध्यम से कुल तीन पालियों में पार्टी के सभी क्षेत्रीय संगठन प्रभारियों, जिला प्रभारियों, जिलाध्यक्षों, विधानसभा प्रभारियों एवं प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्षों से संवाद किया।
इस दौरान, आरसीपी सिंह ने कहा कि, पहले लोग कहा करते थे कि, जेडीयू में नेता हैं, संगठन नहीं. लेकिन अब हमारा संगठन अंतिम स्तर तक स्थापित हो चुका है और यह बात दावे के साथ कही जा सकती है कि, न केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रूप में हमारे नेता सर्वश्रेष्ठ हैं, बल्कि हमारा संगठन भी सर्वश्रेष्ठ है।
वर्चुअल संवाद बुनकर प्रकोष्ठ के साथ ।
Ram Chandra Prasad Singh द्वारा इस दिन पोस्ट की गई गुरुवार, 16 जुलाई 2020
उन्होंने कहा कि यही नहीं, अब हमारे बूथ तक के साथी डिजिटल प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया से जुड़ चुके हैं और यहां भी हम सबसे आगे हैं। आरसीपी सिंह ने कहा कि, सोशल मीडिया के माध्यम से संवाद का दायरा बढ़ाएं। व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर और वर्चुअल संवाद के माध्यम से दल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को ही नहीं, सभी समर्थकों और शुभचिन्तकों को भी जोड़ें।
जेडीयू नेता ने कहा कि, आज इन साधनों से संपर्क और संवाद में नाममात्र भी खर्च नहीं आता. लेकिन विपक्ष इसको लेकर भी दुष्प्रचार से बाज नहीं आ रहा है। आरसीपी सिंह ने कहा कि, आगामी चुनाव कोरोना के साये में ही होना है. यह बहुत बड़ी चुनौती है और इस चुनौती को हमने स्वीकार किया है।
उन्होंने कहा कि, इस चुनाव से भाग वो लोग रहे हैं जिनके पास बूथ तक संगठन और लोग नहीं हैं. सांसद ने कहा कि, जैसा कि कुछ लोग समझते हैं, केवल ट्विटर पर ही चुनाव नहीं होता। लोग वोट बूथ पर डालते हैं और इसके लिए सशक्त संगठन चाहिए. जेडीयू ने केवल बूथ तक संगठन ही नहीं बनाया, बल्कि अपने सभी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी किया है।
आरसीपी सिंह ने सभी प्रभारियों व पदाधिकारियों से कहा कि, इस बात का ध्यान रहे कि, कोरोना के कारण अब जिला, प्रखंड या पंचायत स्तर पर पहले की तरह गतिविधियां नहीं हो सकतीं. इसलिए चुनाव का कैंपेन बूथ पर केन्द्रित हो. उन्होंने कहा कि, आप केवल पार्टी के हाथ, कान, आंख और नाक ही नहीं हैं, बल्कि आप सभी अपने-अपने बूथ के नीतीश कुमार हैं।
उन्होंने कहा कि, आज बिहार का ऐसा कोई घर नहीं है. जहां आपके नेता का काम या उनके द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ न पहुंचा हो. फिर भी अगर कोई साथी नाराज या रुष्ट है तो उसके पास जाएं, संवाद करें और उसकी जो भी परेशानी या गलतफहमी हो उसे दूर करने की कोशिश करें. इस तरह आप अपने प्रयत्न से हर बूथ पर कम से कम 20 नए वोटरों को जोड़ने की कोशिश करें. इससे बड़ा फर्क दिखेगा।
आरसीपी सिंह ने निर्देश दिया कि, जैसे आपने दल के सभी सक्रिय सदस्यों को सोशल मीडिया से जोड़ा है, वैसे ही हर सक्रिय सदस्य द्वारा बनाए गए 25-25 सक्रिय सदस्यों को भी सोशल मीडिया से जोड़ें. महिलाओं को अधिक से अधिक जोड़ें क्योंकि, नीतीश कुमार के समर्थन में आधी आबादी की सक्रियता कहीं भी पुरुषों से कम नहीं रही है।
जेडीयू नेता ने कहा कि, मुख्यमंत्री की 7 अगस्त की रैली को शानदार और ऐतिहासिक बनाएं. 9 अगस्त को 2.51 करोड़ वृक्ष लगाने के उनके संकल्प को पूरा करने में अपनी भूमिका सुनिश्चित कर, कम से कम दो पेड़ जरूर लगाएं और 2020 के चुनाव में अब तक के सबसे बड़े मैंडेट का संकल्प लें।