नए पुराने चेहरों का मिलाजुला संगम होगा -चन्नी का मंत्रिमंडल
चंडीगढ़ । पंजाब के हाल ही में बने नये मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी आज मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे जिसमें 15 नये मंत्री शामिल किये जाएंगे।
शपथग्रहण समारोह राजभवन में सायं 4.30 बजे होगा जिसमें राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित 15 नये मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण कराएंगे। सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल में जहां सात नये चेहरे शामिल होंगे वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार के आठ मंत्रियाें की भी वापसी होगी। इन नये मंत्रियाें के शामिल होने से मंत्रिमंडल की संख्या 18 हो जाएगी। इससे पूर्व गत 20 सितम्बर सोमवार को चन्नी ने मुख्यमंत्री और सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। राज्य मंत्रिमंडल में अधिकतम संख्या 18 तक ही हो सकती है।
सूत्रों ने बताया कि कैप्टन के करीबी रहे पांच मंत्रियों की छुट्टी हो गई है। इनमें साधु सिंह धर्मसोत, बलवीर सिद्धू, राणा गुरमीत सोढ़ी, गुरप्रीत कांगड़ और सुंदर शाम अरोड़ा हैं। धर्मसोत पर जहां पोस्टमैट्रिक छात्रवृत्ति में कथित तौर पर घोटाले के आरोप हैं वहीं सोढी, सिद्धू और अरोड़ा कैप्टन के खासमखास हैं। कांगड़ अपने दामाद को सरकारी नौकरी दिलाने के कारण निशाने पर रहे हैं।
बताया जाता है कि मंत्रिमंडल में मनप्रीत बादल, विजयेंद्र सिंगला, रजिया सुल्ताना, ब्रह्म मोहिंदरा, अरुणा चौधरी, भारत भूषण आशु, तृप्त राजिंदर बाजवा और सुख सरकारिया की वापसी होने जा रही है। सुल्ताना के पति मोहम्मद मुस्तफा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार हैं। वहीं अरुणा चौधरी चन्नी के साथ रिश्तेदारी औरआशु के पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ अच्छे सम्बंध बताये जाते हैं। बाजवा और सरकारिया कैप्टन के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहे हैं। मंत्रिमंडल में जिन सात नये चेहरों को लिये जाने की सम्भावना है उनमें सर्वश्री राजकुमार वेरका, परगट सिंह, संगत गिलजियां, गुरकीरत कोटली, कुलजीत नागरा, राणा गुरजीत सिंह और अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग शामिल हैं।
इससे पहले चन्नी मंत्रिमंडल को लेकर जबरदस्त पेंच फंसा रहा। उनकी दिल्ली में पार्टी हाईकमान के साथ इस सम्बंध में तीन बैठकें हुईं लेकिन मंत्रियों के नाम तय नहीं हो सके। इन बैठकों में चन्नी, दोनों उप मुख्यमंत्री के अलावा नवजोत सिंह सिद्धू भी उपस्थित रहे। ये सभी गत शुक्रवार सुबह चंडीगढ़ लौट आये। लेकिन शाम को ही गांधी ने इन्हें पुन: दिल्ली बुला लिया और एक बार फिर गांधी के आवास पर रात दस बजे पुन: बैठक शुरू हुई जिसमें लगभग चार घंटे मंथन चला तथा इसमें कैप्टन खेमे को भी साधते हुये मंत्रियों के नामों पर अंतिम मुहर लग सकी। इस बैठक में प्रियंका गांधी, हरीश रावत, अजय माकन और के.सी. वेणुगोपाल भी शामिल हुये। इसके बाद शनिवार को चन्नी ने चंडीगढ़ लौट कर राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें नये बनाये जाने वाले मंत्रियों के नामों की सूची सौंपी।