अवैध खनन से खडा हुआ नदियों नालों के रूख बदलने का अंदेशा
उमरिया। तमाम नियम कानूनों को तांक पर रखते हुए अवैध रूप से किया जा रहा रेत खनन अब बरसात में नदियों और नालों के रूख बदलने का अंदेशा खडा कर रहा है। मानपुर विधानसभा मुख्यालय क्षेत्र में इन दिनों अवैध रेत माफिया शासन प्रशासन पर हावी हो चुके हैं जिनके हौसले इतने बुलंद हैं कि जंगल सीमा बफरजोन क्षेत्र के अंदर से बेहिचक दिनदहाड़े व रात के समय ट्रेक्टर ट्राली के माध्यम से रेत का उठाव कराया जाता है।
स्थानीय ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी मुताबिक बताया गया कि जगह जगह मिले ट्रेक्टर ट्रालियों के निशानों से अनुमान लगाया गया है कि जंगल के नदी नालों से अवैध रेत खनन के लिये ट्रेक्टर टाली के साथ साथ कभी कभी जेसीबी मसीन का भी उपयोग किया जाता है। जिसके टायर व खोदाई के निशान मौके पर मौजूद हैं जो निरीक्षण के दौरान देखे जा सकते हैं और जंगल से निकाली गई भारी मात्रा में रेत को परिवहन कर मंहगे दाम में जरूरतमंद को बेंच दिया जाता है।
उक्त अवैध कार्य आज नही बल्कि कई महीनो से खुलेआम किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि उर्दना के जंगल से रेत के उठाव की खबर संबंधित अधिकारी कर्मचारियों को न हो बल्कि सब कुछ जानते हुए भी कार्यवाही नही की जाती। नतीजन आज अपराधी प्रवत्ति के लोग कई एकड़ के जंगल को नष्ट कर खेत खलिहान बनाकर कब्जा कर चुके हैं।
अब इन्हे खाली कराने में शासन प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। जिला प्रशासन से जनापेक्षा है कि जंगल से रेत का अवैध कारोबार करने वाले अपराधी प्रवत्ति के लोगों पर टीम गठित कर कानूनी कार्यवाही की जाए ताकि जंगल को इन अतिक्रमणकारियों से बचाया जा सके।
रिपोर्ट-चंदन श्रीवास, मध्यप्रदेश