प्रेसवार्ता कर रहे मदरसा प्रबंधक पर शिक्षिकाओं ने बरसाई दनादन चप्पल
वाराणसी। मदरसे में दो शिक्षिकाओं से 15-15 लाख रुपए एवं महिलाओं के शारीरिक शोषण के लगे आरोपों के स्पष्टीकरण को लेकर मदरसा प्रबंधक की ओर से बुलाई गई प्रेसवार्ता में पहुंची शिक्षिकाओं ने प्रबंधक के ऊपर चप्पलों की बौछार कर दी। इस दौरान प्रबंधक के लोगों ने भी महिलाओं के साथ मारपीट की। सूचना पर पहुंची पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। पूरे मामले का वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
दरअसल बुधवार को मदरसा दायरतुल उलूम के प्रबंधक रिजवान अहमद की ओर से मैदागिन स्थित पराड़कर भवन में प्रेस वार्ता बुलाई गई थी। इसी दौरान वहां पर पहुंची महिला शिक्षिकाओं ने प्रबंधक के ऊपर दे दनादन चप्पलों की बौछार कर दी। इस दौरान प्रबंधक के लोगों ने भी महिलाओं के साथ मारपीट की। तकरीबन 5 मिनट तक प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में गहमागहमी का माहौल बना रहा। पुलिस के आने के बाद ही यह मामला शांत हो सका।
मदरसे की दो शिक्षिकाओं ने पिछले सप्ताह मदरसा प्रबंधक रिजवान पर आरोप लगाया था कि मदरसे में शिक्षिकाओं की स्थाई नियुक्ति के लिए शिक्षिकाओं से 15-15 लाख रुपए मांगे गए थे और उनका शारीरिक शोषण भी किया गया है। पीड़िता ने 200000 रूपये प्रबंधक को दे भी दिए थे। पीडिता को आरोप है कि पिछले महीने की 28 जून को प्रबंधक ने महिला को इंटरव्यू के नाम पर मदरसे में बुलाया और फिर से उसका शारीरिक शोषण करने की कोशिश की। शोर मचाने पर महिला को मदरसा प्रबंधक ने मारपीट कर भगा दिया।
इस मामले को लेकर पिछले हफ्ते शिक्षिकाओं ने अपने खून से सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखी थी, जिसके चलते आनन-फानन में हरकत में आई पुलिस द्वारा मदरसा प्रबंधक रिजवान अहमद तथा एक अन्य कर्मी बिलाल के खिलाफ मुकदमा जेतपुरा थाने में दर्ज किया गया था। इसी संबंध में आज रिजवान अहमद की ओर से प्रेसवार्ता बुलाई गई थी। उसी समय मौके पर पहुंची महिलाओं ने मदरसा प्रबंधक को पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने किसी तरह हस्तक्षेप करते हुए मामले को शांत कराया है।