बकरीद पर सजे बाजार-कुदरती कलमा लिखा सुल्तान बना आकर्षण का केंद्र

बकरीद पर सजे बाजार-कुदरती कलमा लिखा सुल्तान बना आकर्षण का केंद्र

नई दिल्ली। राजधानी के बकरा बाजारों में इस समय खरीदारों की भीड़ जुटी हुई है। जामा मस्जिद के बकरा बाजार में इन दिनों सुल्तान की अच्छी खासी धूम मची हुई है। वह इसलिये कि सुल्तान के पेट पर कुदरती कलमा लिखा हुआ है। जो भी जामा मस्जिद बाजार में बकरा खरीदने के लिए आता है। वह सुल्तान को एक नजर जरूर देखना चाहता है।




ईद उल अजहा के मौके पर राजधानी दिल्ली के बकरा बाजार तरह तरह और विभिन्न नस्लों के बकरों से सजे हुए हैं। जिसके चलते दिल्ली के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों से बकरों को खरीदने के लिए लोग पहुंच रहे हैं। जामा मस्जिद के बकरा बाजार में इन दिनों सुल्तान की अच्छी खासी धूम मची हुई है। क्योंकि सुल्तान के पेट पर कुदरती कलमा लिखा हुआ है जो भी जामा मस्जिद के बाजार में बकरा खरीदने के लिए आता है, वह एक नजर सुल्तान को जरुर देखना चाहता है। उधर सुल्तान का मालिक भी कुदरती कलमा लिखे बकरे को 5 लाख रूपये से एक भी पैसा कम पर बेचने को तैयार नहीं है। इसी तरह लुधियाना से आया जुम्मन भी बाजार में अच्छी खासी चर्चाएं बटोर रहा है। उसके मुंह पर मोहम्मद लिखा हुआ है। जुम्मन के बदले साढे तीन लाख रूपये की मांग की जा रही है। सुल्तान के मालिक रतन लाल ने बताया है कि वह परिवार के साथ बदायूं के आजम गंज मडिया में रहते हैं। सुल्तान जब छोटा था तो किसी ने बताया कि उसके पेट के ऊपर कलमा लिखा हुआ है। बाद में कई लोगों ने इसकी पुष्टि की। इसके बाद तो रतनलाल ने सुल्तान का अच्छा खासा ध्यान रखना शुरू कर दिया। पिछले करीब 3 साल से उन्होंने सुल्तान को अपने बच्चों की तरह पाला है। सुल्तान घर में परिवार के एक सदस्य की तरह रहा है। रोजाना वह काजू, बादाम के अलावा तकरीबन 10 किलो चने और पत्ती खा लेता है। इसके अलावा घर में बने हुए खाने को भी वह चाव के साथ खाता है। मौजूदा समय में सुल्तान का वजन तकरीबन 100 किलो से ज्यादा है। 15 जुलाई को रतनलाल उसे लेकर दिल्ली आए थे। अब तक लोग उसके तीन से चार लाख रूपये लगा चुके हैं। लेकिन रतन उसे 5 लाख रूपये से कम बेचने को तैयार नहीं है।

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