भगत सिंह के रोल की तैयारी कर रहे बच्चे के गले में कसा फंदा-हो गई मौत

लखनऊ। स्वतंत्रता की वर्षगांठ पर आगामी 15 अगस्त को आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम के लिए भगत सिंह के रोल की तैयारी कर रहे बालक के गले में फांसी का फंदा कस गया। जिससे दम घुटने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।अचानक से स्टूल से पैर फिसलने की वजह से हुई 10 वर्षीय बालक की मौत से परिजनों में बुरी तरह से मातम पसरा हुआ है। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया है।
दरअसल बदायूं के कुंवरगांव थाना क्षेत्र के गांव बाबट निवासी 10 वर्षीय मासूम शिवम अपने घर के बच्चों के साथ खेल रहा था। उसके माता-पिता उस समय खेतों में खेती बाड़ी का काम करने गए हुए थे। घर में खेल रहे सभी बच्चे आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम की तैयारी कर रहे थे। जिसमें कोई बच्चा भगत सिंह बना हुआ था तो कोई राजगुरु तो कोई सुखदेव। इस खेल में आरती का बेटा शिवम सरदार भगत सिंह का रोल अदा कर रहा था। खेल के दौरान छत में लगे कुंडे में बच्चों का एक झूला भी पडा हुआ था, जिसके ऊपर शिवम स्टूल के सहारे खड़ा हो गया और उसने फंदा बनाकर अपने गले में डाल लिया। इसी दौरान अचानक से स्टूल के ऊपर से शिवम का पैर फिसल गया और फंदा उसके गले में कस गया। शिवम को रस्सी पर लटका हुआ देखकर उसके साथ खेल रहे बच्चे बुरी तरह से घबरा गए और वहां से भाग गए। कुछ देर बाद जब शिवम की मां घर पर वापस लौटी तो वह शिवम को फंदे से लटके हुए देखकर बुरी तरह से दंग रह गई। आनन-फानन में बालक को नीचे उतारा गया। लेकिन उस समय तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। शिवम की मौत की खबर थोड़ी ही देर में जंगल की आग की तरह फैल गई। जिसने भी इस हादसे की खबर सुनी वह आश्चर्यचकित रह गया। परिजनों ने बिना बच्चे का पोस्टमार्टम कराए ही अंतिम संस्कार कर दिया है।