धर्म संसद में लगी सनातन बोर्ड के गठन की डिमांड पर मोहर- बोले...
नई दिल्ली। राजधानी में आयोजित की गई तीसरी सनातन धर्म संसद में सनातन बोर्ड के गठन की डिमांड पर मोहर लगाते हुए सनातन धर्म वाले को ही भारत का मूल निवासी करार दिया गया है।
राजधानी दिल्ली के करतार नगर इलाके में आयोजित की गई तीसरी सनातन धर्म संसद में संसद का आयोजन करने वाले कथावाचक देवकीनंदन द्वारा देश में वक्फ बोर्ड की तरह सनातन बोर्ड बनाने की डिमांड उठाते हुए कहा गया है कि हमें इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में चर्बी मिलकर हमें खिलाई गई है।
उन्होंने चौथी धर्म संसद अगले साल प्रयागराज में होने जा रहे कुंभ मेले में रखने की बात कही। इस दौरान शंकराचार्य सरस्वती ने कहा है कि सनातन धर्म वाला व्यक्ति ही भारत का मूल निवासी है। यह बात अलग है कि भारत में सभी को रहने का अधिकार है, लेकिन हमारे ऊपर आक्रमण करने का अधिकार किसी को भी नहीं है।
कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा है कि घर में जितने सदस्य रहते हैं हिंदुओं के पास उतने ही शस्त्र और शास्त्र होने चाहिए, क्योंकि हमारे देवता बिना शस्त्र के नहीं चलते हैं।