किसान आंदोलन में शामिल एक और किसान की मौत-किसानों में शोक
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में कुंडली बॉर्डर पर चलाए जा रहे आंदोलन में शामिल पंजाब के एक और किसान की मौत हो गई है। किसान की मौत का कारण हार्ट अटैक से होना बताया जा रहा है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही किसान की मौत के बारे में कुछ बताया जा सकता है।
सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर नये कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर पिछले तकरीबन 10 महीने से चल रहे आंदोलन में शामिल पंजाब के एक और किसान की बुधवार की रात मौत हो गई है। मरे किसान की पहचान पटियाला के रहने वाले करनैल सिंह के रूप में हुई है जो लगभग 2 माह पहले किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए आया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शुरुआती जांच पड़ताल में किसान की मौत का कारण हार्ट अटैक से होना बताया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि किसान की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। पुलिस ने किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। बताया जा रहा है कि पंजाब के जिला पटियाला के गांव रेनो निवासी 61 वर्षीय करनैल सिंह कुंडली बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में शामिल होने के लिए 2 महीने पहले आए थे। उनकी दो-चार दिन से तबीयत खराब चल रही थी। बुधवार की रात को करनैल सिंह बेहोश हो गए। जब आंदोलन में शामिल साथी किसानों ने करनैल सिंह को उठाने का प्रयास किया तो वह नहीं उठे। तुरंत ही चिकित्सक को बुलाकर किसान की जांच कराई गई तो उन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया।