रंग में भंग- जन्माष्टमी पर कूटटू के आटे ने मचाया कोहराम- एक सैकड़ा...
मथुरा। श्री कृष्णा जन्माष्टमी के मौके पर कूट्टू के आटे ने उस समय बुरी तरह से कोहराम मचा दिया जब सुबह से व्रत रखने वाले एक दर्जन गांवों के लोगों ने कूट्टू के आटे से बने व्यंजनों का सेवन कर लिया। धड़ाधड़ बीमार हुए तकरीबन एक सैकड़ा लोगों को सरकारी एवं निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से दो दर्जन लोगों की हालत थोड़ी गंभीर होना बताई जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मथुरा के फरह क्षेत्र के तकरीबन दर्जनभर गांव के लोगों ने जन्माष्टमी के मौके पर अन्य देशवासियों की तरह भगवान श्री कृष्ण की आराधना में उपवास रखा हुआ था। सोमवार की देर रात 12:00 बजे जब भगवान कृष्ण का जन्म हुआ तो व्रत का पारायण करने के लिए सुबह से उपवास रखें श्रद्धालुओं ने कूट्टू के आटे से बनी पकौड़ी तथा अन्य व्यंजनों का सेवन कर लिया।
कूट्टू के आटे के व्यंजन खाते ही परखम, बरौदा, मिर्जापुर, मखदूम, सलेमपुर, खैरट, पिंगरी और रहीमपुर समेत तकरीबन दर्जन भर गांवों के 100 से अधिक महिला, पुरुषों एवं बच्चों की तबीयत खराब हो गई। कूट्टू के आटे से बने व्यंजन खाकर हुए फूड प्वाइजनिंग की वजह से इन लोगों को उल्टी, चक्कर, घबराहट, दस्त और बेचैनी आदि की समस्या होने लगी।
फूड पॉइजनिंग के मामले की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी ने सतर्कता बरतते हुए एंबुलेंस तथा डॉक्टरों की टीम गांव में भेजी। मौके पर पहुंचे डॉक्टरों ने बीमार हुए लोगों के स्वास्थ्य की जांच करते हुए गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल, सौ सैयया अस्पताल मथुरा और एसएन अस्पताल आगरा के लिए रेफर कर दिया।
मंगलवार की सवेरे भी कई मरीज अस्पताल पहुंचे, कुछ ग्रामीण अपने मरीजों को आगरा के निजी अस्पतालों में ले गए हैं। मंगलवार की सवेरे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कुट्टू का आटा बेचने वाले दुकानदारों पर सैंपलिंग की कार्यवाही करते हुए कस्बे की दो दुकानों को सील कर दिया है। अफसरों का कहना है कि बीमार लोगों के इलाज की व्यवस्था करने के साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी गई है और जो भी दोषी होगा, उसे किसी भी कीमत पर छोड़ नहीं जाएगा।