महाकुंभ में भगदड़ का मामला मानवाधिकार आयोग में हुआ दर्ज
प्रयागराज। संगम नगरी में आयोजित किये जा रहे महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान मची भगदड़ की जांच के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के वकील ने मानवाधिकार आयोग पहुंचकर मामला दर्ज कराया है।
बुधवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट के वकील डॉक्टर गजेंद्र सिंह यादव ने महाकुंभ में मची भगदड़ के मामले की जांच के लिए राज्य मानवाधिकार आयोग पहुंचकर मामला दर्ज कराया है।
राज्य मानवाधिकार आयोग को दी गई अर्जी में वकील डॉक्टर गजेंद्र सिंह यादव ने कहा है कि मिल रही मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाकुंभ- 2025 में अफवाहों की वजह से संगम नोज पर भगदड़ मची, जिसमें कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गई और लोग उन्हें कुचलते हुए उनके ऊपर से निकल गए।
अधिवक्ता ने कहा है कि महाकुंभ- 2025 में सबसे ज्यादा दुष्प्रभावित वीआईपी कल्चर ने किया है और यह अभी तक भी लगातार जारी है। इस वीआईपी कल्चर में प्रतिदिन आम जनमानत को रोककर वीआईपी लोगों को रास्ता दिया जाता है, जिससे भीड़ एकजुट हो जाती है और उससे भगदड़ की संभावना बन जाती है।