सात समंदर पार कर आए दूल्हे ने प्रेमिका संग गंगा किनारे लिए सात फेरे
ऋषिकेश। भारतीय संस्कृति से अभिभूत हुए कनाडाई डॉक्टर ने सात समंदर पार करके ऋषिकेश पहुंचकर अपनी भारतीय प्रेमिका के साथ गंगा के किनारे अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए और प्रेमी प्रेमिका पति-पत्नी के रूप में सात जन्मों के बंधन में बंध गए।
दरअसल ऋषिकेश में सात समंदर पार करके अपनी भारतीय प्रेमिका प्राची के साथ गंगा किनारे सात फेरे लेने वाले कनाडाई डॉक्टर की शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। कनाडा की एक कारपोरेट कंपनी में मैनेजर के तौर पर काम करने वाली हरिद्वार निवासी प्राची की पिछले काफी समय से कनाडा के डॉक्टर चार्ली रास के साथ दोस्ती चल रही थी। यह दोस्ती कब प्यार में बदल गई दोनों को ही इसका पता नहीं चला। लेकिन चार्ली रास को भारतीय संस्कृति और यहां की परंपराओं से इस कदर लगाव था कि उसने अपनी भारतीय प्रेमिका प्राची के साथ सात समंदर पार ऋषिकेश पहुंचकर हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक शादी करने का फैसला लिया। फिर क्या था दोनों प्रेमी प्रेमिका देवभूमि उत्तराखंड के टिहरी जिले में स्थित तपोवन क्षेत्र में पारिवारिक सदस्यों के साथ नीम बीच गंगा तट पर पहुंच गए। जहां पर पंडितों ने प्रेमी प्रेमिका को अग्नि के सात फेरे दिलवाए और दोनों को पति पत्नी के रूप में वैवाहिक बंधन में बांध दिया।