CM के ड्रीम प्रोजेक्ट महासेतु का संपर्क पथ 2 पिलरों के बीच धराशाई
समस्तीपुर। बिहार में चल रहा पुल गिरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट निर्माणाधीन महासेतु का संपर्क पथ दो पिलरों के बीच धराशाई हो गया है। मामला होते ही मचे हड़कंप के बीच गिरे मलबे को जमीन में दबाकर घटना पर पर्दा डालने की कोशिश की गई। लेकिन मौके पर पहुंचे कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो बनाकर निर्माण एजेंसी के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
बिहार के समस्तीपुर में एक बार फिर से पुल गिरने का मामला हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अपने जिस ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में बख्तियारपुर- ताजपुर गंगा महासेतु की आधारशिला वर्ष 2011 में रखी गई थी, उस सिक्स लेन के निर्माणाधीन गंगा महा सेतु के संपर्क पथ पर जिले के पटोरी के नंदनी लगूनियां रेलवे स्टेशन के उत्तर में दो पिलरों के बीच लगाया गया स्पेन तकरीबन 50 फीट की दूरी में रविवार की रात धराशाई हो गया है।
घटना होते ही पुल निर्माण में लगी नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों के बीच बुरी तरह से हड़कंप मच गया। मामले पर पर्दा डालने के लिए रात के अंधेरे में ही लाइट जलाकर कंपनी के अधिकारियों द्वारा जेसीबी और मजदूरों की मदद से धराशाई हुए स्पेन के मलबे को मिट्टी के भीतर दबाकर साक्ष्य मिटाने की कोशिश में लग गई।
दुर्भाग्य से इसी बीच मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर इकट्ठा हुई लोगों की भारी भीड़ में कंपनी द्वारा जेसीबी के माध्यम से मलबा जमीन में दबाने का वीडियो बना लिया। इस मामले को लेकर कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जोसेफ का कहना है कि उक्त स्लैब में गड़बड़ी आ गई थी, जिसके चलते उसे गिराया गया है। उन्होंने दावा किया है कि जमीन में दबाया गया स्लैब अपने आप नहीं गिरा है।