सफाईकर्मी का कारनामा- विकास भवन की फाइलें शराब के लिए बेच डाली
कानपुर। दारु पीने के लिए जब कहीं से पैसों का बंदोबस्त नहीं हुआ तो सरकारी विभाग में प्राइवेट सफाई कर्मी ने गजब का कारनामा करते हुए सरकारी फाइलों को कबाडी के हाथों बेच दिया और उससे मिले पैसों की दारू डकार गया। फाइल कबाडी के हाथों बिक जाने से अब अफसरों की हालत खराब हो रही है।
दरअसल कानपुर के विकास भवन स्थित यूपी नेडा दफ्तर में एक प्राइवेट सफाई कर्मी से साफ सफाई का काम कराया जा रहा था। दोपहर के समय जब सफाई कर्मी मोहन दफ्तर में सफाई करने के लिए गया था तो उस समय कार्यालय में रखी दो फाइलों के बंडल को उसने बोरी में भरना शुरू कर दिया। इत्तेफाक से उसी समय विभाग का स्थाई कर्मचारी दफ्तर में पहुंच गया और उसने बोरी में फाइल बंद कर रहे सफाई कर्मी को दबोच लिया।
बोरी में रखी गई फाइल बाहर निकाल कर कर्मचारी ने दफ्तर में रखी और सफाई कर्मी को जोरदार फटकार लगाई। इस दौरान पता चला कि सफाई कर्मी इससे पहले भी अपनी दारू की तलब बुझाने के लिए विकास भवन के दफ्तरों की अनेक फाइल कबाडी के हाथों बेच चुका है। जिसमें यूपी नेडा, समाज कल्याण विभाग की कई फाइल, वृद्धा पेंशन और पारिवारिक लाभ के आवेदन पत्रों के कई बंडल थे।
सफाई कर्मी द्वारा दारू के लिए सरकारी फाइलें बेच दिए जाने के बाद अब अफसरों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि पिछले काफी समय से सरकार की ओर से सरकारी दफ्तरों में खाली पड़े पदों पर नई नियुक्तियां नहीं की गई है। जबकि सरकारी दफ्तरों में लगातार कामकाज का बोझ बढ़ रहा है।
अकेले कर्मचारी इतने कम को नहीं कर पता है इसी के चलते सरकारी दफ्तरों में अमूमन प्रदेश भर में प्राइवेट कर्मचारी रखकर काम चलाया जा रहा है जिनकी सैलरी संबंधित कर्मचारी अथवा अवसर को देनी पड़ती है।