स्वैप मशीन बनी जी का जंजाल-कारोबारी हुआ ठगी का शिकार
मेरठ। पैसों के लेनदेन के आधुनिक चलन के चलते अब कारोबारी ठगी का शिकार भी होने लगे हैं। तकरीबन 2 महीने पहले दुकान पर लगवाई गई एसबीआई की स्वैप मशीन में जब 30 बार शिकायत किए जाने के बावजूद कारोबारी के पैसे खाते में नहीं आए तो उसने खुद को ठगी का शिकार हुआ महसूस करते हुए पुलिस को तहरीर देकर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
दरअसल जनपद मेरठ के थाना एवं कस्बा रोहटा निवासी कारोबारी ने तकरीबन 2 महीने पहले अपनी दुकान पर भारतीय स्टेट बैंक की स्वैप मशीन लगवाई थी। मशीन के माध्यम से ग्राहकों से ली गई रकम शुरुआत से ही कारोबारी के खाते में देरी से आने लगी। इसी वर्ष की 27 जनवरी को कारोबारी ने स्वैप मशीन के माध्यम से 2000 रुपए की बिक्री की थी, जिसकी धनराशि अगले दिन 24 घंटे बीतने के बाद भी जब कारोबारी के खाते में नहीं आई तो उसने परेशान होकर संबंधित अधिकारी से उक्त रकम को उसके खाते में भेजने की गुजारिश की।
आरोप है कि कारोबारी को आजकल आजकल कहकर टरकाया जाता रहा। 27 जनवरी से लेकर अभी तक पीड़ित कारोबारी दुकान पर मशीन लगाने वाले अनिल कुमार नामक व्यक्ति से तकरीबन 30 बार शिकायत कर चुका है, लेकिन अभी तक भी स्वैप मशीन के माध्यम से ली गई धनराशि उसके खाते में नहीं आई है। व्यापारी ने अब खुद को ठगी का शिकार होना समझ कर पुलिस को तहरीर देते हुए लिखित मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
रिपोर्ट :--प्रवेश कुमार रोहटा