शिवसेना ने साधा भाजपा पर निशाना राज्यों से सौतेला व्यवहार न करे
नयी दिल्ली। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना ने रविवार को कोविड-19 के लिए मदद के मामले में केंद्र सरकार पर गैर-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से पिछले साल अलग हुई शिवसेना के अरविंद सावंत ने कोविड-19 महामारी पर लोकसभा में हुई अल्पकालिक चर्चा में हिस्सा लेते हुये कहा कि केंद्र सरकार ने आरंभ में महाराष्ट्र की मदद की और पीपीई किट तथा उपकरण दिये, लेकिन बाद में उन्होंने मदद देनी बंद कर दी। उन्होंने कहा "जहाँ भाजपा की सरकार नहीं है वहाँ के लोग प्रधानमंत्री जी की करुणा से, दवा से वंचित रहेंगे? आप जीएसटी (में राज्य का हिस्सा) भी नहीं दे रहे हैं। हम (महामारी का) कैसे मुकाबला करेंगे। यह अच्छी नीति नहीं है। आने वाले दिनों में अन्य राज्यों के साथ सौतेला व्यवहार न करें।"
अरविंद सावंत ने कहा कि जिस प्रकार लद्दाख संकट को लेकर पूरा देश प्रधानमंत्री के साथ है उसी प्रकार इस महामारी को लेकर भी पूरा देश उनके साथ है। उन्होंने कहा "हम जान कुर्बान करेंगे, आप जो कहेंगे हम करेंगे।"
महाराष्ट्र इस समय कोविड-19 से देश में सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। शिवसेना सदस्य ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 24 मार्च की रात आठ बजे सिर्फ चार घंटे के अल्टीमेटम पर लॉकडाउन की घोषणा की जिससे लोग जरूरी सामान खरीदने के लिए सड़कों पर आ गये और उसी दिन सामाजिक दूरी की धज्जियाँ उड़ गईं। यदि लॉकडाउन लागू करने से पहले लोगों को अधिक समय दिया गया होता तो महामारी इस कदर नहीं फैलती। यदि शुरू में ही रेल सेवा उपलब्ध कराते तो लोग अपने पैतृक राज्य जाने के लिए सड़कों पर इस तरह नहीं चलना शुरू कर देते। उन्होंने कहा कि भारत-पाक विभाजन के समय भी मुंबई की सड़कों पर इतने लोग जाते नहीं दिखे थे जितने इस समय दिखे।
अरविंद सावंत ने कोविड-19 से लड़ाई में महाराष्ट्र सरकार द्वारा किये गये काम की तारीफ की। उन्होंने खासकर वर्ली और धारवी में महामारी को नियंत्रित करने के प्रयासों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि धारावी की बेहद घनी आबादी वाली झुग्गी बस्ती में संक्रमण को जिस प्रकार नियंत्रित किया गया उसकी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी तारीफ की है तथा कुछ दूसरे देशों ने भी अपने यहाँ धारावी के मॉडल को अपनाया है।
वार्ता