शिक्षक संघ के बैनर तले स्कूल संचालकों ने किया प्रदर्शन

सहारनपुर। उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त शिक्षक संघ के बैनर तले इकटठा हुए शिक्षकों व स्कूल संचालकों ने बोर्ड परीक्षा के लिये सरकार द्वारा ली गई फीस वापसी की मांग करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और सीएम के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौपा।

शुक्रवार को उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक मलिक के नेतृत्व में अपनी समस्याओं को लेकर शिक्षक एवं स्कूल संचालकों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक मलिक ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश शासन ने कक्षा नौ पास बच्चों के अंक पत्रों के आधार पर दसवीं के बच्चों के नंबरों को अपलोड करके दसवीं के बच्चों को प्रमोट करने का निर्णय लिया गया है। लॉकडाउन के चलते गत वर्ष हमने शासन द्वारा निर्धारित बोर्ड की फीस को माफ करने का मांग पत्र धरने व प्रदर्शन करने के उपरांत मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को दिया था।
लेकिन सरकार ने हमारी मांगों को अनदेखा कर दिया था। अब सरकार ने दसवीं की परीक्षा कराए बगैर ही बच्चों को प्रमोट करने का निर्णय लिया है तो सरकार के पास टीचरों को देने वाले मानदेय का खर्च बच गया है। इसके अलावा बोर्ड परीक्षा में छात्र-छात्राओं द्वारा प्रयोग की जाने वाली काॅपियों, प्रश्नपत्र व ट्रांसपोर्ट आदि का सभी खर्च सरकार का बचा है। इस प्रकार बच्चों से लिए गए बोर्ड के करीब 200 करोड़ रुपए सरकार को वापस कर देने चाहिए।
ताकि विद्यालय संचालक जो बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा रहे है वापिस मिली फीस से अपने विद्यालय के शिक्षकों को वेतन का कुछ हिस्सा दे सके। इसी के ऊपर आज 25 प्रतिशत निशुल्क बच्चे सरकार द्वारा पढ़ाए गए हैं। गत वर्षों का उनका भी फीस प्रतिपूर्ति सरकार को बताया है। इसके संबंध में कल जिला विद्यालय निरीक्षक सहारनपुर के द्वारा मुख्यमंत्री को अन्य समस्याएं सहित ज्ञापन दिए जाने का निर्णय लिया गया है। अतः आप सभी स्कूल संचालक प्रधानाचार्य शिक्षक बंधुओं को विनम्र अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने का कष्ट करें मैं आपका सदैव आभारी रहूंगा।