ED की CM से पूछताछ से पहले बवाल- दुकानें बंद सड़के जाम....
नई दिल्ली। कथित जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ किए जाने से पहले ही सत्तारूढ़ दल की ओर से खोले गए मोर्चे के तहत 9 घंटे के बंद के आहवान के बाद झारखंड में जमकर बवाल हो गया है। प्रवर्तन निदेशालय को चेतावनी देते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से कहा गया है कि ईडी की कारगुजारी से लोगों में गुस्सा है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल की तरह झारखंड में भी प्रवर्तन निदेशालय के ऊपर हमले की आशंका जाहिर की है।
बुधवार को साहिबगंज में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं की ओर से बुलाए गए 9 घंटे के बंद के आह्वान के बाद जमकर बवाल हुआ है। हालात ऐसे हो चले हैं कि सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा साहिबगंज में जगह-जगह ट्रैफिक जाम करते हुए बाजारों में खुली दुकानों को जबरिया तरीके से बंद कर दिया गया है।
बरहट जिले में भी दुकानों को बंद कराने और रास्ते को जाम करने की घटनाएं अंजाम दी गई है। उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से 13 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भेजी गई चिट्ठी में 16 से 20 जनवरी के बीच उन्हे पूछताछ के लिए उपलब्ध होने को कहा था। प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस के जवाब में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी से कहा है कि 20 जनवरी को उनके आवास पर उनका बयान रिकॉर्ड किया जा सकता है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा साहिबगंज के जिला अध्यक्ष शाहदत अंसारी द्वारा बुधवार को दावा किया गया है कि पूरे जिले में बंद शांतिपूर्वक चल रहा है और लोग इसमें अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने बताया है कि बंद का आह्वान सवेरे 8.00 बजे से लेकर शाम 5.00 बजे तक के लिए किया गया था। इस बंद के दौरान एंबुलेंस ट्रेन एवं दूध वैन को छूट दी गई थी।