दवा के क्षेत्र में फार्मासिस्टों की भूमिका महत्वपूर्ण- सेमिनार में....
मुजफ्फरनगर। श्री राम ग्रुप आफ कॉलेजेस के फार्मेसी विभाग में आयोजित किए गए एक दिवसीय अतिथि व्याख्यान में विशेषज्ञों ने दवा क्षेत्र में फार्मासिस्ट की भूमिका की जानकारी देते हुए बताया कि यह क्षेत्र दवाइयों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि रोगों के उपचार में भी फार्मेसी क्षेत्र अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।
शनिवार को जिला मुख्यालय के श्री राम ऑफ़ ग्रुप कॉलेज (फार्मेसी) में छात्रों को फार्मेसी क्षेत्र में बढ़ रहे तकनीकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से अवगत कराने के उद्देश्य से एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसका शीषर्क फार्मास्युटिकल क्षेत्र और बाजार में कृत्रिम बुद्धिमत्ता’’ रहा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं वक्ता एच०ओ०डी० आई०आई०एम०टी०कॉलेज, सहारनपुर डॉ. नेहा त्यागी रही ।
इस व्याख्यान कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। जिसके बाद मुख्य अतिथि डॉ. नेहा त्यागी ने सभी छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए अपने व्याख्यान का आरंभ करते हुए कहा कि आज के दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी का क्षेत्र नई ऊंचाइयों को छू रहा है और फार्मेसी का क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है।
उन्होंने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी ने दवाइयों पर होने वाली शोध प्रक्रिया को भी पूर्ण रूप से बदल दिया है। अब वैज्ञानिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी की मदद से कम समय में अपने शोध को पूर्ण कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यह तकनीक दवाइयो तक ही सीमित नहीं है बल्कि रोग उपचार में भी अहम भूमिका निभा रही है।
उन्होंने बताया कि इस तकनीकी की मदद से हम रोगी का इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड आसानी से तैयार कर सकते हैं जो कि उसके उपचार में अहम भूमिका निभाता है। अतिथि व्याख्यान के बाद श्री राम ग्रूप ऑफ़ कॉलेज (फार्मेसी) की प्रधानाचार्य आकांक्षा निर्वाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के औद्योगिक दौर को तकनीकि दौर कहा जाए तो गलत नहीं होगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस देसी तकनीक ने केवल शोध की समय सीमा ही कम नहीं की है बल्कि उसके परिणाम की गुणवत्ता भी बढ़ाई है।
उन्होंने बताया कि इस तकनीक का प्रयोग न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण के लिए किया जा रहा है बल्कि डाटा एनालिसिस जैसी प्रक्रिया में भी इसने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैै।
आयोजन को सफल बनाने में कार्यक्रम संचालक ज्योति जैन एव अन्य शिक्षक रोहित मलिक, अक्षिता सिंघवाल, मोहित कुमार, अमल कल्याण, आरती, शालू, विकास बालियान आदि कस सहयोग रहा।