दिन में 35 और रात में 25 सवारियों के बगैर नहीं चलेगी रोडवेज बस
लखनऊ। रोडवेज के चालकों एवं परिचालकों की धक्काशाही अब नहीं चलेगी। अपनी ड्यूटी पूरी करने के लिए दो-चार सवारी के साथ सड़क पर फर्राटा भरने वाले रोडवेज के चालक एवं परिचालक अब खाली बसों को सड़क पर नहीं दौड़ा सकेंगे। रात के समय 25 और दिन के उजाले में जब 35 सवारियां होंगी, तभी रोडवेज की बस का स्टैंड से चक्का हिलेगा। नहीं तो स्टेशन से बाहर बस नहीं निकलेगी।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की अपर प्रबंध निदेशक अन्नपूर्णा गर्ग ने विभाग के सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों, सेवा प्रबंधकों एवं सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को लोड फैक्टर का ध्यान रखे जाने के निर्देश जारी करते हुए कहा है कि रोडवेज की बसें अब खाली सडक पर फर्राटा नही भरेगी। बल्कि रात में चलने वाली विभाग की बस सेवाओं में 25 यात्री हर हाल में होने चाहिए और दिन के उजाले में अपनी सेवाएं देने वाली रोडवेज बस किसी भी कीमत पर 35 यात्री से कम पर सड़क पर फर्राटा भर नहीं भरेगी। अगर इससे कम यात्री लेकर बस चलेगी तो लोड फैक्टर नहीं आएगा।
परिवहन निगम की अपर प्रबंध निदेशक ने कहा है कि सितंबर महीना यात्रियों के लिहाज से कम कमाई वाला होता है क्योंकि सितंबर के अंत में श्राद्ध पक्ष एवं उसके बाद नवरात्रि शुरू हो जाती है, जिसके चलते बसों में यात्रियों की संख्या कम हो जाती है। ऐसे हालातो में निगम को घाटे से बचाने के लिए अपर एमडी की ओर से यह आदेश जारी किया गया है। प्रत्येक क्षेत्र को 20 करोड रुपए प्रतिदिन राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य भी अपर प्रबंध निदेशक ने क्षेत्रीय अफसरों को सौंपा है।