नगर पालिका अध्यक्ष समेत 7 के खिलाफ धांधली की रिपोर्ट
हमीरपुर । उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के मौदहा नगर पालिका में जांच के दौरान पाई गई अनियमितता पर जिलाधिकारी के आदेश पर पुलिस ने पालिका अध्यक्ष मौदहा के अलावा तत्कालीन ईओ ,एई,जेई व ठेकेदार के खिलाफ मौदहा कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
पुलिस के मुताबिक नगरपालिका मौदहा में सभासदों की मांग पर जिलाधिकारी ने जांच कमेटी का गठन कर जांच के आदेश दिये गये थे, पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ) को यहां से जांच प्रभावित होने की आशंका से लखनऊ निदेशालय कार्यालय में सम्बद्ध कर दिया गया था।
जांच समिति में उप जिलाधिकारी सदर संजय कुमार मीणा,सहायक अभियंता लघु सिंचाई हरिओम मिश्रा, तथा वित्तीय
परामर्शदाता जिला पंचायत शामिल रहे। समिति की जांच रिपोर्ट में नगर पालिका मौदहा के विभिन्न कार्यों में अनियमितता, भ्रष्टाचार से संबंधित कई मामले सामने आए जैसे भवनकर (डिमांड ) रजिस्टर में शुल्क लेकर प्रक्रिया पूरी किए बिना ही नामांतरण किए जाने के सैकड़ों मामले प्राप्त हुए जो कि भारी अनियमितता है।
इसके अलावा नगरपालिका के खेत (भूमिधारी ) में बिना नीलामी के करीबियों को लाभ पहुंचाकर राजस्व को भारी क्षति पहुंचाई गई। नालों की सफाई का ठेका गत वर्षों की तुलना में सात से आठ गुना अधिक में (लगभग 55 लाख में) उठाकर सरकारी धन का बंदरबांट किए जाने तथा नगर पालिका द्वारा राजस्व क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से परिवहन ठेका, होल्डिंग ,बैनर ,वॉल पेंटिंग ,खेत का ठेका, हड्डी चमड़े का ठेका निरस्त कर नगरपालिका को लाखों के राजस्व को क्षति पहुंचाई गई। इसके अलावा बेड ,टीवी, एसी ,अलमारी, इनवर्टर, फ्रिज आदि के नाम पर फर्जी भुगतान किया जाना तथा वित्तीय मानकों के विपरीत अधिक दाम पर मिनी डंपर लिया जाना तथा मोक्षधाम पर मिट्टी डलवाने के नाम पर फर्जी भुगतान आदि अनेक तरह की भारी अनियमितता ध् भ्रष्टाचार संबंधित मामले सामने आए।
जांच समिति की रिपोर्ट प्राप्त होते ही जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने नगर पालिका अध्यक्ष राम किशोर श्रीवास, तत्कालीन अधिशासी अधिकारी महेंद्र चौधरी ,अवर अभियंता एल पी निरंजन , सहायक अभियंता हर्षित पटैरिया तथा संबंधित ठेकेदार कमलेश वर्मा,प्रवीण दीक्षित व फरीद उद्दीन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
वार्ता