कोरोना संकट में ऑक्सीजन की सप्लाई मिलने से मिली राहत
चंडीगढ़। पंजाब को कोरोना संकट में देश के अलग अलग हिस्सों से हवाई रास्ते से ऑक्सीजन की सप्लाई मिलनी शुरू हो गई है। जिससे कोरोना संक्रमण की चपेट में आये लोगों को ऑक्सीजन रूपी सांसे मिलना शुरू हो गई है।
स्टेट कोविड कंट्रोल रूम (ऑक्सीजन) के सदस्यों ने यहां बताया कि 27 अप्रैल से ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हो गई है और वायु सेना के सहयोग से हम अब तक 30 उड़ानों के जरिये कुल 804.26 टन लिक्विड मैडीकल ऑक्सीजन (एल.एम.ओ.) प्राप्त करने में कामयाब रहे हैं।
उनके अनुसार लम्बी दूरी होने के कारण राज्य को अपना ऑक्सीजन कोटा बोकारो और हजीरा से ट्रकों के द्वारा लाने लेजाने में अक्सर काफी समय लग जाता है। इसलिए प्रदेश सरकार ने जीवन रक्षक मैडीकल सप्लाई प्राप्त करने के लिए नये तरीकों पर विचार करने का फैसला लिया। इसके बाद चंडीगढ एयर बेस से बोकारो और हजीरा प्लांटों तक ऑक्सीजन टैंकर पहुँचाने और वापस सड़क मार्ग के द्वारा मंगवाने का फैसला किया है। यह फैसला राज्य के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है और राज्य अपेक्षित ऑक्सीजन सप्लाई प्राप्त करने में सक्षम हुआ है।
ऑक्सीजन कंट्रोल रूम के अधिकारियों ने बताया कि सप्लाई में और तेजी लाने के लिए हम देश के अलग अलग हिस्सों में स्थित ऑक्सीजन उत्पादन के अन्य प्लांटों के भी संपर्क में हैं और सरकार एल.एम.ओ. ले जाने वाले ट्रकों के समय पर पहुँचने को यकीनी बनाने के लिए इस पर कड़ी निगरानी रख रही है। स्टेट कोविड कंट्रोल रूम से ट्रकों की यातायात पर दोहरी निगरानी रखी जा रही है और कोई भी ख़राबी आने की सूरत में किसी भी तरह की देरी पर नजर रखने के लिए हर ट्रक के साथ एक पुलिस कांस्टेबल भी मौजूद है। इन सभी प्रयासों के अलावा राज्य ने दो विशेष ट्रेन ऑक्सीजन ऐक्सप्रैस बोकारो और हजीरा के लिए रवाना की गई हैं।
ज्ञातव्य है कि राज्य में ऑक्सीजन की सप्लाई में काफी सुधार हुआ है और किसी भी कोरोना मरीज को इस जीवन रक्षक गैस की कमी नहीं झेलनी पड़ेगी ।