पान मसाला ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी , दो लोगो को उठाया
कानपुर। भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही छापेमारी में एक और मामला सामने आया है।
बता दे कि सबसे बड़े पान मसाला ब्रांड में से एक शिखर पान मसाला ग्रुप के ठिकानों पर डीजीजीआई ने छापेमारी की है। मामला कानपुर के शिखर पान मसाला का है। छापेमारी के दौरान कारोबार संभालने वाले दो लोगों को उठाकर कई घंटों तक पूछताछ की गई है। पूछताछ के बाद दोनों को छोड़ दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक इस कारोबार का संबंध पीयूष जैन के घर से मिले 200 करोड़ से मिलाजुला बताया जा रहा है। अहमदाबाद में गणपति रोड लाइंस के चार ट्रकों से शिखर पान मसाला बरामद होने के बाद से जांच एजेंसियों के निशाने पर था। पीयूष जैन के घर से मिले 200 करोड रुपए बरामद होने के बाद जांच की दिशा अब शिखर पान मसाला की तरफ घूम गई है। इस कड़ी में विंग को शिखर पान मसाला के खिलाफ टैक्स चोरी के सबूत मिले हैं सील किए गए। दस्तावेजों के माइक्रो ऑडिट के बाद डीजीजीआई की टीम ने पान मसाला ग्रुप पर छापेमारी कर दी डीजीजीआई द्वारा उठाया गया। पॉलिथीन कारोबारी गौरव जयसवाल बनारसी आशिक में फंस गया यह है देसी दर्जा, खैनी बनाने वाले बनारस के इस ब्रांड के मालिक प्रेमचंद्र पांडे उर्फ पुन्नु पांडे है। पैकेजिंग मैटेरियल सप्लाई करने के साथ-साथ फर्जी बिलिंग में भी पूछताछ के लिए उठाया गया है।
जांच एजेंसियों की छानबीन में सामने आया है कि करीब 20 करोड़ की टैक्स चोरी शिखर पान ग्रुप की ओर से की गई है और करीब 10 करोड़ का नोटिस भी देने की चर्चा है। इसी कड़ी में डीजीजीआई दिल्ली की टीम ने कलेक्टरगंज के कारोबारी गौरव पर छापा भी मारा था और गौरव को अधिकारी अपने साथ भी ले गए थे। पहले गौरव जयसवाल का मटर का कारोबार था लेकिन इसके बाद उसने पॉलिथीन का कारोबार शुरू कर दिया। साथ ही वाराणसी के पांडेपुर स्थित गुटका कारोबारी पुन्नू पांडे की फैक्ट्री पर भी टीम ने छापेमारी की थी। इस छापेमारी में डीजीजीआई ने कहा कि अभी जांच जारी है।