रेप के बाद प्रेग्नेंट महिला का मर्डर- आरोपी का घर जलकर किया खाक
दोसा। बलात्कार करने के बाद प्रेग्नेंट महिला की हत्या करने से गुस्साये लोगों ने आरोपी के घर को जलाकर राख कर दिया है। गुस्साए लोगों ने रेप एवं मर्डर के आरोपी के रिश्तेदारों के घरों में भी जमकर तोड़फोड़ की है। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव किया गया। आगजनी में झुलसे तीन लोगों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है।
राजस्थान के दोसा जनपद के मेहंदीपुर बालाजी थाना क्षेत्र के नांदरी गांव में रहने वाला जगराम नामक युवक 27 अप्रैल को प्रेग्नेंट महिला को चारा भरवाने की बात कह कर अपने साथ ले गया था। लेकिन महिला को लेकर वह खेत पर नहीं पहुंचा। इसके बाद महिला के पति ने अपनी पत्नी के घर नहीं लौटने पर उसे इधर-उधर तलाश किया। लेकिन उसका पता नहीं पाया।
जब चारा भरवाने के लिए महिला को बुलाकर ले जाने वाले युवक के पास फोन किया गया तो वह बंद मिला और युवक में घर से गायब मिला। पीड़ित पति की ओर से थाने पहुंचकर की गई शिकायत के बाद पुलिस द्वारा गायब हुई महिला की तलाश की गई। 29 अप्रैल को जंगल में महिला का शव क्षत-विक्षत हालत में पड़ा मिला था।इस मामले को लेकर मृतका के पति ने जगराम के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के 6 महीने की प्रेग्नेंट और मर्डर से पहले उसके साथ रेप की पुष्टि हुई। प्रेग्नेंट महिला के रेप और मर्डर से गुस्साए गांव वालों ने बृहस्पतिवार की देर रात एक स्थान पर इकट्ठा होकर बैठक की। इसके बाद गांव वालों ने आरोपी के घर समेत उसके चार अन्य रिश्तेदारों के घरों पर हमला बोल दिया।
इस दौरान गांव के लोगों ने आरोपी के घर में आग लगा दी, जबकि बाकी घरों में जमकर तोड़फोड़ की गई। हमलावरों के आने से पहले ही चारों घरों में रह रहे लोग मौके से फरार हो गए थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद मानपुर एवं सिकंदरा थाना पुलिस जब मौके पर पहुंची तो महिला के रेप और मर्डर से गुस्साए लोगों द्वारा पुलिस के ऊपर भी पथराव किया गया। इस हमले में कई पुलिस कर्मियों को चोटें आई है। पुलिस की गाड़ियों को भी इस दौरान नुकसान पहुंचा है।
मामले की जानकारी प्राप्त होते ही पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल एवं मानपुर डिप्टी एसपी दीपक मीणा अतिरिक्त पुलिस फोर्स को साथ लेकर मौके पर पहुंचे और स्थिति को कंट्रोल किया। गांव में बने तनाव को देखते हुए पुलिस अधीक्षक एवं डिप्टी एसपी अभी तक गांव में ही जमे हुए हैं।