गिरा दफ्तर की छत का हिस्सा- बाल बाल बचे DM समेत अनेक अफसर
मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी के दफ्तर की छत का हिस्सा अचानक से भरभराकर नीचे आ गिरा। गनीमत इस बात की रही कि रविवार का अवकाश होने की वजह से कार्यालय के भीतर कोई नहीं था। अन्यथा कार्य दिवस के दौरान यदि यह छत नीचे गिरती तो जिला अधिकारी समेत कई अन्य अफसर भी मलबे की चपेट में आकर अनहोनी का शिकार हो जाते।
रविवार को जिस समय कलेक्ट्रेट परिसर समेत जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी के दफ्तर पर सन्नाटा पसरा हुआ था। इसी दौरान जिला अधिकारी के दफ्तर की छत का एक हिस्सा भरभराकर धड़ाम से जमीन पर आ गिरा।
भारी मात्रा में गिरे छत के मलबे के नीचे दबकर दफ्तर में रखा सामान भी दब गया। छत के गिरने के दौरान हुए धमाके की आवाज को सुनकर दौड़े जिलाधिकारी के दफ्तर की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों ने तत्काल मामले की जानकारी आला अफसरों को दी। जिलाधिकारी के दफ्तर की छत की हिस्सा गिरने की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अफसरों में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने के बाद पुलिस एवं प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल की।
रविवार का दिन होने की वजह से जिलाधिकारी के दफ्तर में डीएम समेत अन्य कोई भी व्यक्ति नहीं था। यदि कार्य दिवस के दौरान जिला अधिकारी के दफ्तर की छत का यह हिस्सा गिरता तो डीएम समेत कई अन्य अफसर भी मलबे की चपेट में आकर अनहोनी का शिकार बन सकते थे। क्योंकि जर्जर हो चुके दफ्तर के हिस्से की जो छत गिरी है आमतौर पर जिलाधिकारी वहीं पर बैठते हैं और उनके पास कई अन्य अफसर भी मौजूद रहते हैं।