डेढ़ सैंकड़ा लोगों की घर वापसी- 152 लोग फिर बने सनातनी
भोपाल। दर्जनों गांव के तकरीबन डेढ़ सैकड़ा से अधिक लोगों ने सनातन धर्म में वापसी करते हुए ईसाई धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है। घर वापसी करने वाले लोगों में एससी एवं एसटी वर्ग के लोग भी शामिल हैं। हिंदू धर्म में वापसी करने वाले सभी लोगों के हाथ में कलावा बांधा गया और गंगाजल पिलाकर तथा उनके पांव धोकर उन सभी की हिंदू धर्म में वापसी कराई गई है।
शनिवार को मध्य प्रदेश के बैतूल एवं महाराष्ट्र के अमरावती जनपद के बॉर्डर से लगे दर्जन भर से अधिक गांव के 152 लोगों ने ईसाई धर्म का परित्याग करते हुए सनातन धर्म में वापस लौटकर अपनी घर वापसी की है। ईसाई धर्म का त्याग करके सनातनी बनने वाले लोगों में एससी एवं एसटी वर्ग के लोग शामिल हैं। शनिवार को सनातन धर्म में वापसी करने वाले 152 लोगों के हाथ में सावलमेंडा के रामदेव बाबा संस्थान में कलवा बांधा गया और गंगाजल पिलाकर तथा इन सभी के पैर पखारकर इनकी हिंदू धर्म में वापसी कराई गई है। ईसाई धर्म का परित्याग करते हुए हिंदू धर्म ग्रहण करने वाले लोगों ने बताया है कि ईसाई मिशनरियों ने बहला फुसलाकर उनसे धर्म परिवर्तन कराया था। हर परिवार को धर्म परिवर्तन करते समय 20000 रुपए दिए गए थे। इन पैसों के लालच में वह हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई बन गए थे। ईसाई धर्म ग्रहण करने के बाद से ही हम खुद को ठगा हुआ था महसूस कर रहे थे, क्योंकि हम अपने समाज और रिश्तेदारों से दूर होते जा रहे थे। ईसाई धर्म छोड़कर आए महादेव सलामे ने बताया है कि पिछले दो दिन के भीतर मध्य प्रदेश के 72 तथा महाराष्ट्र के तकरीबन 80 लोगों ने ईसाई धर्म का परित्याग करते हुए सनातन में घर वापसी की है।