डकैत की मौत पर गांव वालों ने घी के दीए जलाकर मनाई उसके मरने की खुशी

औरैया। आमतौर पर किसी भी व्यक्ति के मरने के बाद हर जगह शोक का माहौल व्याप्त हो जाता है, लेकिन इटावा की जेल में हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रही डकैत कुसुमा नाइन की मौत के बाद गांव वालों ने घी के दीए जलाकर कुख्यात डकैत के मरने की खुशी मनाई है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इलाज के दौरान इटावा की जेल में हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रही औरैया की कुख्यात डकैत कुसमा नाइन की मौत पर नरसंहार वाले गांव अस्ता में अब जश्न का माहौल है।

राजधानी लखनऊ में इलाज के दौरान रविवार को हुई कुख्यात डकैत कुसमा नाइन की मौत के बाद रात के समय गांव में घी के दीए जलाकर डकैत के मरने की खुशी मनाई गई।
गांव वालों का कहना है कि हमारे द्वारा घी के दीए जलाने से अब उन 14 लोगों की आत्मा को शांति हासिल होगी जिनका कुसमा नाइन ने नरसंहार करते हुए उन्हें मौत के घाट उतार दिया था।
उल्लेखनीय है कि चंबल के बीहड में आतंक का दूसरा नाम कहीं जाने वाले कुसमा नाइन ने अस्ता गांव में अपने आतंक का कहर बरपाते हुए 12 लोगों को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया था। साथ ही दो लोगों को जिंदा जलाकर हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया था। इस दौरान कुख्यात डकैत के साथियों ने दो लोगों की आंखें निकाल ली थी। रविवार को हुई कुसमा नाइन की मौत के बाद अब गांव वालों का कहना है कि भले ही देर से मिला है लेकिन हमें कुदरत से इंसाफ मिल गया है।