मृत्यु प्रमाण पत्र आवेदनों की संख्या 4 गुना तक बढ़ी
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर ने कितना कहर बरपाया है। इसका अंदाजा मृत्यु प्रमाण पत्र के आवेदन से भी लगाया जा सकता है। पहले हर माह 2 से ढाई हजार लोग मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पंजीकरण कराते थे। मगर अब यह आंकड़ा 8 से 10 हजार तक पहुंच चुका है। हालांकि इनमें कोविड और नॉन कोविड दोनो के आंकड़े शामिल है।
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि मरने वालों में अधिकतर कोरोना से संक्रमित व्यक्ति ही है। आंकड़े दिल्ली के नगर निगमों के हैं जहां पर कोविड-19 और कोविड दोनो के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन की संख्या दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। आंकड़ों को देखा जाए तो फरवरी फिर यह ग्राफ दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। बीते अप्रैल माह में तीन नगर निगमों में ही 10752 लोगों ने मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया है।
हालांकि दिल्ली सरकार के मुताबिक आंकड़े कुछ और ही कहते हैं। दिल्ली सरकार के मुताबिक कोविड-19 से मारने वालों की संख्या मात्र 5325 की है। इस हिसाब से बात करें तो बाकी जो बचे है उन लोगों की मृत्यु अन्य बीमारियों से हुई है। वहीं मार्च में 8168 में फरवरी में 8498 लोगों ने मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिल्ली नगर निगम में दिया था।