वैश्विक संकट में सरदार पटेल के विचारों की अधिक प्रासंगिकता- सिंह
हापुड़। अखिल भारतीय खादी ग्रामोद्योग आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह ने मंगलवार को कहा कि वैश्विक संकट में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारों की ज्यादा प्रासंगिकता है।
डा. सिंह ने सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती समारोह के अवसर पर कहा कि घर-घर पटेल अभियान चलाकर सरदार पटेल की प्रतिमा और उनके साहित्य को देशभर में पहुंचाने का अभियान चलाया जाएगा।
हापुड़ जिले के कुचेसर रोड़ के तिगरी गांव स्थित फार्म हाउस पर में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 48वीं जयंती के अवसर पर 110 वर्ष पुरानी संस्था अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन एवं जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया।इस अवसर पर प्रख्यात अर्थशास्त्री और महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सिंह ने कहा कि दुनिया के सामने शांति सुरक्षा और खाद्यान्न संकट का हल केवल सरदार पटेल की नीतियों में ही निहित है। अतः सरदार पटेल के दर्शन को भारत सरकार अपनी नीतियों में शामिल करें।
वहीं डॉ. यशवीर सिंह के आह्वान पर अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने प्रस्ताव पारित किया कि वह देशभर में घर-घर पटेल अभियान चला कर सरदार पटेल के चित्र और उनके साहित्य को देश के हर किसान परिवार के घर पहुंचने का काम करेगी।
प्राप्त विवरण के अनुसार राष्ट्रीय अधिवेशन और जयंती समारोह आयोजन में देशभर के लगभग 24 प्रांत से गुर्जर महासभा के प्रतिनिधि और नेता उपस्थित हुए।
मुख्य अतिथि के रूप में डॉ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि विश्व के सामने आज़ शांतिसुरक्षा और खाद्यान्न का जो संकट छाया हुआ है। एक ओर रुस- यूक्रेन तो वहीं दूसरी ओर इजरायल- हमास जैसे युद्ध वैश्विक शांति के लिए खतरा बढ़ गया है तथा देश दुनिया भर में जगह-जगह अशांति के चलते संयुक्त राष्ट्र संघ भी असफल हो रहा है। इस स्थिति में 562 रियासतों में बिखरे हुए खंड-खंड भारत को बिना किसी रक्त क्रांति के एक सूत्र में अखंड भारत का निर्माण करने वाले सरदार पटेल के मॉडल को वैश्विक स्तर पर लागू किए जाने की आवश्यकता है। जिससे दुनिया भर में शांति और वैश्विक एकता स्थापित हो सके ऐसे में सरदार पटेल की सृजनात्मक नीतियां कारगर हैं।अतःसरदार पटेल के विचारों एवं सिद्धांतों को देश के पाठ्यक्रम में शामिल करने के साथ-साथ देश की नीतियों को शामिल किया जाए।
इस मौके पर महाराष्ट्र के जलगांव से आए प्रसिद्ध किसान नेता और महासभा के राष्ट्रीय महासचिव संजय पटेल ने कहा कि देश का किसान देश की आत्मा है उसकी खुशहाली के लिए सरदार पटेल ने जो कार्य किया वह ऐतिहासिक हैं देश में आंतरिक सुरक्षा और विश्व की भलाई का सरदार पटेल का योगदान एक उदाहरण है जिस पर चलकर हम अखंड और सशक्त भारत बना सकते हैं।
इस अवसर पर सकारात्मक पत्रकारिता के लिए यूएनआई के महिपाल सिंह और अंतरराष्ट्रीय स्तर हिंदी को बढ़ावा देने के लिए डॉ यतिंद्र कटारिया को लोक विभूति सम्मान से विभूषित किया गया।
इस मौके पर जम्मू कश्मीर के कबीर खारी ने प्रस्ताव रखा की भारत को एकता के सूत्र में पिरोने वाले लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र और उनके चरित्र को देश के जन-जन तक पहुंचाने के लिए व्यापक अभियान चलाया जाना चाहिए।
इस अवसर पर देश के विभिन्न अंचलों से आए समाज सेवियों में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के विद्युत राज्य मंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर, बिजनौर के बहुजन समाज पार्टी सांसद मलूक नागर, उत्तर प्रदेश सिख संगत के अध्यक्ष सरदार बृजपाल सिंह, भाजपा नेता व पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर,सपा नेता मुखिया गुर्जर,फारुख खारी, वर्ल्ड पुलिस रेसलर चैंपियन बबली नागर, बबीता सिंह, किसान पीजी कॉलेज सिंभावली की अंग्रेजी की हेड आफ द डिपार्टमेंट डॉ नीलम सिंह मोरल आदि ने एकसूत्र से प्रस्ताव पारित किया कि समाज में कुरीतियों के उन्मूलन तथा शिक्षा और संगठन के लिए मिलकर प्रयास करने हेतु जगह-जगह महा पंचायत का आयोजन किया जाएगा।