लिंगायत संत ने बढाई BJP की टेंशन- मंत्री के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव
बेंगलुरु। साधु संतों पर एकाधिकार रखने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की लिंगायत समुदाय के संत ने टेंशन बढ़ाते हुए केंद्रीय मंत्री के सामने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव में उतारने का ऐलान किया है।
भारतीय जनता पार्टी देशभर के संत समुदाय के ऊपर एक तरह से अपना एकाधिकार सा मानती है, लेकिन कर्नाटक में अपने स्थाई रूप से पांव जमाने की कोशिश कर रही भारतीय जनता पार्टी की लिंगायत समुदाय के संत ने इस कदर टेंशन बढ़ा दी है कि संत के प्रभाव से राज्य की कई सीटों पर लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
मंगलवार को लिंगायत समुदाय के बड़े संत जगदगुरु फकीरा दिंगलेश्वर महास्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री प्रहलाद जोशी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर उतारने का ऐलान किया है। लिंगायत समुदाय के संत के बीजेपी के खिलाफ लोकसभा चुनाव में उतरने को भगवा पार्टी के सामने एक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इसका राज्य की कुछ लिंगायत बहुत सीटों पर पड़ने के आसार हैं।
संत जगदगुरु फकीरा दिंगलेश्वर महास्वामी ने धरवाड़ लोकसभा क्षेत्र से एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर इलेक्शन में उतरने का ऐलान किया है। स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले महास्वामी ने कहा है कि उनका लक्ष्य क्षेत्र में पारंपरिक राजनीतिक दलों के प्रभुत्व को चुनौती देते हुए मतदाताओं को एक विकल्प प्रदान करना है।