ली अंतिम सांस-और दुनिया छोड़ गए नसीम
तिरुवनंतपुरम। गायक एमएस नसीम बुधवार को इस दुनिया को छोड़ कर चले गए। तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल में बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। लगभग पिछले 10 सालों से भी ज्यादा समय से गायक एमएस नसीम लकवाग्रस्त थे, जिसका सीधा असर उनकी गायकी पर भी पड़ा।
संस्कृति मंत्री एके बालन ने गायक नदीम के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। गायक नसीम को याद करते हुए उन्होंने कहा है कि वह एक जाने-माने गायक, कला आयोजक और तिरुवनंतपुरम के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अभिन्न हिस्सा थे। जाने-माने गायक एमएस नसीम ने नाटक और स्टेज शो भी किए। वर्ष 1987 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ गायक के लिए संगीत नाटक एकेडमी अवार्ड से नवाजा गया था।
दिवंगत नसीम का जन्म केरल के पचल्लूर में हुआ था। स्कूली दिनों से ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया था। महज 11 साल की उम्र में उन्होंने संगीत की दुनिया में कदम रखा और कामकुरा का गाना गाया। वह कॉलेज में होने वाले कार्यक्रमों में भी अपनी गायकी का जलवा बिखेरते थे। नसीम ने फिल्म अनंतवरुत्तन्तम में गाने गाए हैं। उन्होंने दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो के लिए भी हजारों गाने गाए हैं। एक गायक होने के साथ-साथ वह एक संगीत समीक्षक भी थे। पर्दे के पीछे वह कोऑर्डिनेटर और प्रोग्राम कंडक्टर का काम भी करते थे।