संसद भवन में प्रवेश नहीं मिलने के विरोध में पत्रकारों का प्रदर्शन
नई दिल्ली। संसद सत्र के दौरान पत्रकारों के संसद भवन में प्रवेश पर रोक लगाने के खिलाफ संपादकों, पत्रकारों और फोटो जर्नलिस्टों ने आज यहां प्रदर्शन किया और सरकार से तत्काल पत्रकारों को संसद भवन में जाने के लिए पास देने की मांग की।
पत्रकार पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार यहां प्रेस क्लब में एकत्र हुए और क्लब में बैठक करने के बाद सरकार के कदम के विरोध में शांति मार्च निकाला जिसमें बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए। पत्रकारों ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए संसद भवन की ओर कूच किया लेकिन पुलिस के भारी बंदोबस्त के कारण पत्रकार आगे नहीं जा सके और उन्हें कृषि भवन चौराहे पर ही रोक दिया गया।
संसद में प्रवेश के लिए पत्रकारों को पास नहीं दिये जाने के विरोध में इस मार्च का आयोजन किया गया जिसमें कई पत्रकार संगठनों ने हिस्सा लिया। मार्च में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया, एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, प्रेस एसोसिएशन, इंडियन वीमेन्स प्रेस कोर, दिल्ली पत्रकार संघ और वर्किंग न्यूज़ कैमरामैन एसोसिएशन से जुड़े पत्रकार शामिल हुए।
प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों ने कहा कि स्थायी पास वाले पत्रकारों को संसद परिसर और राज्य सभा तथा लोकसभा की प्रेस दीर्घाओं में जाने की पहले की तरह अनुमति दी जानी चाहिए।
प्रेस क्लब के अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा ने कहा कि सरकार ने कोविड नियमों का हवाला देते हुए पहले पत्रकारों के संसद में प्रवेश पर रोक लगाई लेकिन जुलाई में उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इस संबंध में बात की जिसमें उन्होंने स्थायी पास धारकों को संसद में प्रवेश की अनुमति देने की बात की थी लेकिन शीतकालीन सत्र में फिर पहले की तरह पत्रकारों के प्रवेश को नियंत्रित किया गया है।
वार्ता