जेडीयू भाजपा हैं दलित- विरोधी : प्रेमचंद्र मिश्रा

पटना । जेडीयू का दामन छोड़कर आरजेडी के रथ पर सवार होने चले बिहार सरकार में उद्योग मंत्री श्याम रजक पर सियासी दलों ने खूब टिप्पणी करनी शुरू कर दी है। किसी ने श्याम रजक के रवैये को तो किसी ने जेडीयू के बर्ताव को गलत ठहराना शुरू कर दिया है।
प्रमुख दलित नेता और सरकार के मंत्री श्याम रजक को पार्टी से निकालने के निर्णय से जदयू और CM @NitishKumar का दलित विरोधी चेहरा फिर से उजागर हो गया है, इसी तरह जीतनराम मांझी को भी निकाला था और अब चिराग पासवान की बारी है!!
— Prem Chandra Mishra (@PremChandraMis2) August 16, 2020
दलित विरोधी-नीतीश मोदी pic.twitter.com/1Auy6ASyTv
इस मामले पर कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि नीतीश कुमार की दलित विरोधी मानसिकता एक बार फिर उजागर हुई है. जीतनराम मांझी को भी नीतीश कुमार ने सीएम पद से हटाया था। चिराग पासवान भी नीतीश कुमार के खिलाफ बोल रहे हैं। इससे यह तय हो गया है कि जेडीयू-बीजेपी दलित विरोधी पार्टी है।
वही इस मामले पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि श्याम रजक के साथ जेडीयू का बरताव दलित विरोधी जैसा रहा है. श्याम रजक दलितों के बड़े नेता हैं। लंबे समय से मंत्री रहे हैं, उनके साथ ऐसा बरताव ठीक नहीं. इससे जेडीयू की दलित विरोधी छवि उजागर हो गई है।
इस मामले पर बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि श्याम को एनडीए में लाकर सम्मान दिया गया था. उन्हें मंत्री बनाया गया, लेकिन जिस विभाग के मंत्री बने वहां अलोकप्रिय रहे. विभाग में कोई काम नहीं कर सके. अपने विधानसभा क्षेत्र में भी अलोकप्रिय हो गए थे।
उन्होंने कहा कि श्याम रजक ने जेडीयू छोड़ने की तैयारी कर ली थी. इसलिए जेडीयू ने उन्हें निष्काषित कर दिया. अब घरवापसी कर रहे हैं, लेकिन किस मुह से जाएंगे. लालू तेजस्वी के खिलाफ बोलते रहे हैं. चारा घोटाले के खिलाफ बोलते रहे हैं. वहां भी उनकी दुर्गति होगी।
बता दें कि सूत्रों के हवाले से यह खबर मिली कि जेडीयू कोटे से बिहार सरकार में मंत्री श्याम रजक कल मंत्रीपद छोड़ आरजेडी में शामिल होने वाले हैं. इसके बाद जेडीयू ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आलोक में उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त किया जिसपर राज्यपाल ने भी मंजूरी दे दी है।