नौकरी देने के बजाय बिना कंडक्टर दौड़ाएगी रोडवेज अपनी बस
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश राज्य बस सड़क परिवहन निगम में चल रहे कंडक्टरों के टोटे को खत्म करने के लिए नई भर्तियां शुरू करने के बजाय रोडवेज अब अपनी बसों को बिना कंडक्टर के ही केवल चालक के सहारे सड़कों पर दौड़ाने की तरकीब भिड़ा रही है। योजना के मुताबिक एक छोर से ही कंडक्टर द्वारा बस के भीतर बैठी सवारियों के टिकट बना दिए जाएंगे। इसके बाद गंतव्य तक चालक ही अपनी बस को लेकर जाएगा। यह बसें नॉनस्टॉप चलाई जाएगी। जिससे रास्ते में सवारी उतारने चढ़ाने और टिकट काटने आदि के झंझट से मुक्ति मिल सके।
दरअसल भारतीय रेलवे की तरह उत्तर प्रदेश राज्य बस सड़क परिवहन निगम भी कर्मचारियों की कमी का टोटा झेल रहा है। रेलवे में विभिन्न पदों के रिक्त पड़े होने के बावजूद गार्ड की कमी से जूझ रहे रेलवे ने अपनी मालगाड़ियों को बिना गार्ड के ही संचालित करना शुरू कर रखा है।
अब रेलवे की तर्ज पर उत्तर प्रदेश राज्य बस सड़क परिवहन निगम के अफसर भी अपनी बसों में अनूठा प्रयोग करने की तैयारी कर रहे हैं। खाली पड़े कंडक्टर के पदों पर नई भर्ती करने के बजाय अफसर अब रोडवेज बसें भी रेलवे की तर्ज पर विदाउट कंडक्टर संचालित करने जा रहे हैं।
रोडवेज अफसरों के मुताबिक परिवहन विभाग ने मुरादाबाद मंडल में नए प्रयोग की ठानते हुए मुरादाबाद से अमरोहा और नूरपुर आदि स्थानों के लिए बिना कंडक्टर की बसें चलाने की योजना बनाई है।
इस योजना के तहत आरंभ होने वाले बस अड्डे से चलने वाले सभी यात्रियों के चालक द्वारा टिकट बनाए जाएंगे। इसके बाद चालक अपनी बस को लेकर रास्ते में बिना रुके अपने गंतव्य तक जाएगा। इसी तरह की प्रक्रिया उधर से भी अपनाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश राज्य बस सड़क परिवहन निगम ने चालक और परिचालक के पदों पर स्थाई नियुक्तियां करने की बजाय संविदा पर चालक और परिचालक रखने का रिवाज शुरू कर रखा है। जिसके चलते संविदा के आधार पर रखे गए चालकों एवं परिचालकों के जरिए निगम और अनुबंधित बसों का संचालन कराया जा रहा है। शायद संविदा की नौकरी भी अब अफसरों को अखरने लगी है। जिसके चलते वह बिना कंडक्टर के ही बसों को संचालित करने की योजना पर काम कर रहे हैं।