संवैधानिक संस्थाओं पर अमर्यादित टिप्पणी चिंता का विषय- उपराष्ट्रपति

संवैधानिक संस्थाओं पर अमर्यादित टिप्पणी चिंता का विषय- उपराष्ट्रपति

नालंदा। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संवैधानिक संस्थाओं पर अमर्यादित टिप्पणी को चिंता का विषय बताया और कहा कि यह आचरण सांस्कृतिक धरोहर के विपरीत है।

धनखड़ ने शुक्रवार को बिहार की अपनी पहली यात्रा पर राजगीर के नालंदा विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि कुछ लोग संवैधानिक संस्थाओं पर अमर्यादित टिप्पणी करते हैं जो चिंता का विषय है। ऐसा नहीं करना चाहिए। यह आचरण सांस्कृतिक धरोहर के विपरीत है। उन्होंने कहा कि राजनीति में जितना बड़ा पद उतना मर्यादित आचरण करना चाहिए।

इससे पूर्व नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति अभय कुमार सिंह ने उपराष्ट्रपति को अंगवस्त्र और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। उपराष्ट्रपति ने छात्रों के साथ के साथ संवाद भी किया। इस दौरान मंत्री श्रवण कुमार , सांसद कौशलेंद्र कुमार के अलावे कई देश विदेश के छात्र छात्राएं शामिल हुई।

उप राष्ट्रपति ने कहा कि नालंदा सर्वधर्म संभाव की स्थली है। उन्होंने कहा कि जी 2 0 का थीम एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य यहां प्रत्यक्ष दिखाई दे रहा है ।उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय के 50 छात्रों को संसद भवन, भारत मंडपम, बार मेमोरियल का भ्रमण कराया जाएगा।

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