वर्कशॉप में स्टूडेंट को योजना तैयार कर बचत के लिए किया प्रोत्साहित

वर्कशॉप में स्टूडेंट को योजना तैयार कर बचत के लिए किया प्रोत्साहित

मुजफ्फरनगर। शहर के प्रतिष्ठित एसडी कॉलेज आफ कामर्स में एक जीवन शैली सब्जेक्ट पर आयोजित की कार्यशाला में स्टूडेंट को वित्तीय योजना तैयार कर भविष्य के लिए बचत करने को प्रोत्साहित किया गया।

शहर के भोपा रोड स्थित एसडी कॉलेज आफ कामर्स में इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल (IIC) द्वारा एसोसिएशन ऑफ म्यूचूअल फंड इन इंडिया (AMFI) की सहभागिता के अन्तर्गत "वित्तीय शिक्षा - एनईपी 2020 के अन्तर्गत एक जीवन कौशल" विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

वर्कशॉप का शुभारम्भ मुख्य वक्ता AMFI के सीनियर कंसलटेंट एवं पूर्व डीजीएम सेबी सूर्यकान्त शर्मा, कॉलेज के प्राचार्य डा. सचिन गोयल, डीन व आईआईसी अध्यक्ष डा.नवनीत शर्मा, विभागाध्यक्षा डा. मोनिका रूहेला एवं एकता मित्तल ने संयुक्त रूप से माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। वर्कशॉप का संचालन डा० मानसी अरोरा द्वारा किया गया।

कार्यशाला के प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता सूर्यकान्त शर्मा द्वारा वित्तीय साक्षरता की आवश्यकता पर छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को जागरूक किया।

उन्होंने छात्र-छात्राओं को बचत के प्रति प्रोत्साहित करते हुए बताया कि हम सभी को अपनी वित्तीय योजना तैयार करनी चाहिए और बचत करने के प्रति अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए ।

उन्होंने बताया कि हमें अपनी मासिक आय में से एक निश्चित प्रतिशत राशि हर बार बचत के रूप में रखनी चाहिए और उसको उचित वित्तीय उत्पाद में निवेश भी करना चाहिए, क्योंकि केवल बचत करते रहने से हम अपनी भविष्य की जरूरतों को पूरा नही कर पायेगें।

उन्होंने बताया कि अगर हमने अपनी बचत को उचित जगह निवेश किया तो ही हमारी बचत एक बडा आकार ले लेगी। जिससे हमारी भविष्य की आवश्यकताएं आसानी से पूरी हो पायेगीं ।

उन्होने निवेश में निहित जोखिम के संबंध में भी छात्र-छात्राओं को अवगत कराया । द्वितीय सत्र में मुख्य वक्ता द्वारा छात्र-छात्राओं की जिज्ञासाओं, शंकाओं से सम्बन्धित उनके प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया व कइ ज्वलंत उदाहरणों के माध्यम से उनको प्रेरित किया।

महाविद्यालय के प्राचार्य डा. सचिन गोयल ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से छात्र- छात्राओं के वित्तीय ज्ञान में वृद्धि होती है जो उनकी वित्तीय योजना व सुरक्षित भविष्य के लिए अति आवश्यक है।

एक दिवसीय कार्यशाला के अंत में इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल के अध्यक्ष डा० नवनीत वर्मा ने मुख्य वक्ता व उपस्थित शिक्षकों एवं सभी छात्र-छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डा. नीतू पंवार, ओमकार सिंह, शेखर सिंह, डा. माधुरी अरोरा, डा. ज्ञानेन्द्र पाण्डेय, डा. श्वेता सिंघल, प्राची चौधरी, शिवांगी वशिष्ठ, प्रियंका जैन, अंजु कुमारी, रजत धारीवाल, शिखा पाल, कमर रजा, कृष्ण कुमार व नितिन गोयल आदि का योगदान रहा।

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