डग्गामार बसें बनी जी का जंजाल- जाम से पब्लिक बुरी तरह बेहाल
खतौली। दो जिला मुख्यालयों के बीच चलने वाली डग्गामार गाड़ियां पब्लिक के जी का जंजाल बन गई है। पुलिस के सामने ही सरेआम सवारियां बैठाने के लिए लंबे समय तक सड़क पर खड़ी रहने वाली गाड़ियों की वजह से लगे जाम में लोगों का कीमती समय व्यर्थ जा रहा है।
मेरठ अंबाला के नाम पर चलने वाली डग्गामार बसें मेरठ और मुजफ्फरनगर के बीच चलने के दौरान स्थानीय जानसठ तिराहे पर लंबे समय तक खड़ी रहती है। पब्लिक का आरोप है कि तिराहे पर तैनात पुलिस चंद मिनटों के लिए रुकने वाली रोडवेज बस चालकों को तो हड़काती रहती है लेकिन डग्गामार बसों को तिराहे पर रोकने को लेकर कुछ भी नहीं कहा जाता है।
इन डग्गामार बसों में चालकों परिचालकों द्वारा सवारियों के साथ भी बुरी तरह से दबंगता दिखाते हुए अभद्रता की जाती है। पिछले दिनों यह डग्गामार गाड़ियां बंद हो गई थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से एक बार फिर से इन गाड़ियों का पता नहीं किस सांठगांठ के चलते मेरठ व मुजफ्फरनगर के बीच संचालन शुरू हो गया है।
मुजफ्फरनगर के महावीर चौक से चलने वाली यह गाड़ियां खतौली के बीच से होकर गुजरती है और बुढ़ाना रोड एवं जानसठ तिराहे पर काफी लंबे समय तक खड़े रहकर सवारियों को उतारती चढ़ाती है।
मुख्य बात यह है कि सवारियां उठाने की होड़ में यह डग्गामार गाड़ियां ज्यादातर रोडवेज बसों के आगे आगे चलती है और बाद में बेतहाशा गति से दौड़ा कर सवारी की जान को संकट में डाल देती है।
डगगामार बसों के सड़क पर खड़े रहने की वजह से जानसठ तिराहे पर हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। पब्लिक का आरोप है कि जानसठ तिराहे पर तैनात पुलिस चंद मिनट के लिए रुकने वाली रोडवेज बसों के चालकों एवं परिचालकों को तो बुरी तरह हड़काते रहते हैं, लेकिन डग्गामार गाड़ियों को लेकर पुलिस द्वारा अत्यधिक प्यार दिखाया जाता है। जिसके चलते डग्गामार बसें लोगों को भूसे की तरह भरकर चलती है।