घर में चला रहे हैं PG व हॉस्टल तो हमें भी चाहिए टैक्स- गृहकर की नहीं..
लखनऊ। घर को हॉस्टल एवं पीजी में तब्दील करने वाले लोगों से टैक्स वसूली का इंतजाम करते हुए प्रशासन ने अब ऐसे लोगों से कमर्शियल टैक्स की वसूली करने का ऐलान किया है।
दरअसल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर, लक्ष्मण नगर और संजय गांधीपुरम समेत राज्य के तकरीबन सभी बड़े शहरों में रहने वाले लोगों द्वारा अपने घरों को हॉस्टल अथवा पीजी में तब्दील कर दिया है। जिसके चलते मकान के एक तल पर गृह स्वामी रह रहे हैं तो दूसरी तरफ मकान के दो से चार तल में गर्ल्स अथवा बॉयज हॉस्टल के अलावा पीजी संचालित करते हुए वहां पर रहने वाले छात्र-छात्राओं एवं अन्य लोगों से भारीभरकम वसूली की जा रही है।
अब ऐसे लोगों से टैक्स वसूली का इंतजाम करते हुए नगर निगम की ओर से गृह कर की बजाय इनसे कमर्शियल टैक्स की वसूली का ऐलान किया गया है।
राजधानी लखनऊ की महापौर सुषमा खरकवाल ने राजधानी के जोन- 7 की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि महानगर में घरों के भीतर पीजी एवं हॉस्टल संचालित करके भारी धनराशि इकट्ठा कर रहे लोगों से अब गृह कर की वसूली के स्थान पर कमर्शियल टैक्स की वसूली की जाएगी, जिससे नगर निगम की आमदनी में तेजी के साथ इजाफा होगा और इस आमदनी से महानगर में विकास कार्य कराए जा सकेंगे। बैठक के दौरान पार्षदों की समस्याओं को भी महापौर द्वारा गंभीरता के साथ सुना गया है।