पुलिस रही नाकाम तो ईवीएम सुरक्षा में चुनाव आयोग ने तैनात किए लंगूर
लखनऊ। ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की सुरक्षा में लगी पुलिस जब बंदरों से उनकी सुरक्षा में नाकाम रही तो चुनाव आयोग ने ईट का जवाब पत्थर से देते हुए लंगूरों की तैनाती करने का काम शुरू कर दिया है।
दरअसल उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव का पहला, दूसरा और तीसरा चरण संपूर्ण हो चुका है। अब चौथे, पांचवें, छठे और सातवें चरण के मतदान को संपन्न कराने में जुटे चुनाव आयोग की ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनों की सुरक्षा में बंदरों की ओर से डाले जा रहे खलल ने गहरी चिंता बढ़ा दी है। इतना ही नही बंदरों का उत्पात पोलिंग बूथों तक पहुंच गया है। चुनाव से जुड़े स्टाफ के लिए पोलिंग बूथ की व्यवस्थाओं को बनाए रखना बड़ा यक्ष प्रश्न बन गया है। स्ट्रांग रूम में रखी गई ईवीएम तथा वीवीपैट मशीनों की सुरक्षा बंदरों से करना पुलिस को भारी पड़ रहा है। आक्रामक होते बंदर पुलिस के डंडे से भी नहीं डर रहे हैं। ऐसी अव्यवस्थाओं के सामने आने के बाद अब चुनाव आयोग की ओर से पोलिंग बूथों के अलावा स्ट्रांग रूम के आसपास लंगूरों की तैनाती करने का फैसला लिया गया है। इसकी शुरुआत पीलीभीत से की जा चुकी है। इसके बाद धीरे-धीरे बंदरों से प्रभावित तकरीबन 150 सीटों के पोलिंग बूथों पर लंगूरों की व्यवस्था की जा रही है। बताया जा रहा है कि पीलीभीत मंडी समिति में चुनाव आयोग ने अपना चुनाव नियंत्रण कक्ष बनाया है। यहां के स्ट्रांग रूम के भीतर रखी ईवीएम की सुरक्षा के लिए वैसे तो पुलिस बल तैनात किया गया है और पूरे परिसर में 52 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लेकिन मंडी परिसर में बंदरों की भरमार के चलते चुनाव नियंत्रण कक्ष में लगे 40 कैमरे बंदरों के झुंड ने तोड़ दिए हैं। इनमें से कुछ कैमरे दीवारों से उखाड़ कर जमीन पर ऐसे पटके कि वह किसी काम के नहीं बचे हैं। इसी के मद्देनजर अब लंगूरों की व्यवस्था की जा रही है ताकि बंदर बंदर ईवीएम मशीनों के पास तक नहीं पहुंच सके।