CM की हुंकार-अपराधियों ने किया दुस्साहस तो भेज देंगे दूसरे लोक

CM की हुंकार-अपराधियों ने किया दुस्साहस तो भेज देंगे दूसरे लोक

शामली। जनपद के कैराना पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएसी कैंप, यूपी रोडवेज का बस स्टैंड समेत करोड़ों रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करते हुए विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को डेमो चेक, पोषण किट, आवास की चाबी एवं स्वीकृति पत्र भी भेंट किए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में जब मैं शामली आया था, तब मैंने कैराना के लोगों से कहा था कि हमारी सरकार की ओर से यहां पर सुरक्षा का बेहतर माहौल दिया जाएगा। उन्होंने खुशी जताई कि हम कैराना को एक सुरक्षित माहौल देने में सफल हुए हैं।

सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैराना में हुई जनसभा स्थल के मंच से जनपद में 426 करोड रुपए की 114 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। भीड से खचाखच भरे जनसभा के मंच से लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब वर्ष 2013 में हुए दंगे से पहले मुजफ्फरनगर में 2 निर्दाेष जवान मारे जाते हैं तो लोगों को किसी भी तरह की जाति-पाती का भेदभाव नजर नहीं आता है। जिस समय वहां पर निर्दाेष हिंदुओं के घर जलाए जा रहे थे, उस समय जातिवाद की राजनीति करने वालों को जिनके घर जल रहे थे उनकी जाति नजर नहीं आई थी। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता रहे बाबू हुकम सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जाते थे और उन्हें प्रताड़ित किया जाता था। उन्होंने कहा कि कुछ लोग आज के समय में भी तालिबानी मानसिकता को बढ़ावा देते हुए भीतर ही भीतर खुश होते हैं और उसे लेकर तालियां भी बजाते हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि ऐसे लोगों के इन देश विरोधी कृत्यों को उत्तर प्रदेश में बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पिछली सरकारों के दौरान जब कोई गरीब बीमार होता था तो वह अपना इलाज कराने के लिए पूरी तरह से असहाय हो जाता था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आयुष्मान भारत योजना के तहत लोगों को 5 लाख रूपये तक का स्वास्थ्य बीमा दिया गया है, ताकि गरीब का इलाज भी संभव हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा है कि वर्ष 2017 से पहले शामली जनपद के लोग इलाज के लिए राजधानी दिल्ली जाते थे, लेकिन राज्य के भीतर भाजपा की सरकार आने के बाद अब लोग इलाज के लिए दिल्ली से शामली में आने लगे हैं। अब शामली में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराने की योजना सरकार बना रही है। वर्ष 2017 से पहले पलायन करने के बाद वापस लौटे मित्तल परिवार से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा है कि वर्ष 1990 के प्रारंभ में राजनीति के अपराधीकरण का दंश कैराना जैसे कस्बों के लोगों ने झेला है। यहां पर हिंदू व्यापारियों के साथ अन्य हिंदुओं को प्रताड़ित किया गया, जिसके चलते वह कैराना से पलायन करने को मजबूर हुए। उन्होंने कहा है कि वर्ष 2017 के बाद सरकार की ओर से अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई। जिसके बाद कस्बे में स्थापित हुई शांति के उपरांत बहुत से परिवार वापस लौट आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि वर्ष 2017 के दौरान जब मैं कैराना में आया था तो लोगों ने पीएसी की बटालियन और चौकी की मजबूती की मांग की गई थी। पलायन कर चुके अधिकतर लोग अब कैराना में वापस आ चुके हैं। सरकार ने उन्हें आश्वस्त किया है कि सरकार अपराधियों के खिलाफ जिस नीति से फिलहाल काम कर रही है, आगे भी उसी प्रकार अपराधियों को ठिकाने लगाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं में जो विश्वास दिखाई दिया है, वह आगे रंग दिखाएगा। उन्होंने कहा है कि कैराना में जाम की जो शिकायत रहती थी, उसे हमने दूर किया है। अब यहां पर व्यापार बढना प्रारंभ हो गया है। मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ सबका विकास की मूल मंत्र की भावना से काम कर रहे हैं जो हमें लेकर आगे जाएंगे। पिछली सपा सरकार में जिन परिवारों के ऊपर अत्याचार हुआ था और जिनके परिवार के लोगों की हत्या हुई थी, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। इस तरह के मामलों की रिपोर्ट सरकार की ओर से मांगी गई है।



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