हाईकोर्ट के फैसले से आहत पीड़ित रोये- कोली की कोठी पर मारा पत्थर

हाईकोर्ट के फैसले से आहत पीड़ित रोये- कोली की कोठी पर मारा पत्थर

नोएडा। विख्यात निठारी कांड को लेकर हाईकोर्ट की ओर से दिए गए फैसले से पीड़ितों में इस कदर मायूसी फैल गई कि वह फफकते हुए रो पड़े। एक पीड़ित ने 17 साल बाद भी न्याय नहीं मिल पाने की झुंझलाहट में कोली की कोठी पर पहुंचकर पत्थर फेंका और अपना दर्द जाहिर किया।

सोमवार को नोएडा स्थित सुरेंद्र कोली की कोठी एक बार फिर से सुर्खियों में आ गई है। इसी कोठी के भीतर छोटी-छोटी बच्चियों, लड़कियों एवं महिलाओं के साथ रेप कर उनके मर्डर कर दिए गए थे।

सोमवार को हाईकोर्ट ने जब कुख्यात निठारी कांड के मुख्य आरोपी मनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली को सीबीआई अदालत द्वारा दी गई फांसी की सजा को रद्द करते हुए दोनों को बरी किए जाने का ऐलान किया तो पीड़ित परिवार बुरी तरह से फफकते हुए रो पड़े।

17 साल बाद भी न्याय नहीं मिल पाने की झुंझलाहट में एक पीड़ित अशोक ने कोली की कोठी पर पहुंचकर उसके ऊपर जोर से पत्थर उछालते हुए अपना दर्द जाहिर किया । निठारी कांड के कई पीड़ित परिजनों ने कहा है कि वह न्याय पाने के लिए अपनी लड़ाई को जारी रखेंगे और इस मामले को लेकर अब आगे जाएंगे। उल्लेखनीय है कि निठारी कांड की शिकार हुई महिलाओं, बच्चों एवं लड़कियों के ज्यादातर परिजन नोएडा छोड़कर अपने-अपने पैतृक गांव वापस लौट चुके हैं।

केवल चार लोग ही अभी तक नोएडा में रह रहे हैं। निठारी गांव के रहने वाले अशोक ने कहा है कि आज सोमवार को हाई कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश से वह बुरी तरह से आहत हुए हैं। नोएडा के ही रहने वाले अशोक के साढे 5 साल के बेटे की इस कांड में कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी। पीड़ित बाप ने कहा है कि आरोपी ताकतवर और पैसे वाले हैं जबकि वह गरीब है। इसलिए उसके साथ न्याय नहीं हुआ है।

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