ओपन कोयला खदान में हैवी ब्लास्टिंग- भरभरकर गिरा ग्रामीण का मकान
नौरोजाबाद। नियमों को तांक पर रखते हुए एसईसीएल जोहिला एरिया के कंचन ओपन कोयला खदान में की गई हैवी ब्लास्टिंग की मार से बुरी तरह बहाल हुआ ग्रामीण का मकान भरभराकर नीचे आ गिरा है। जिससे चिलचिलाती गर्मी में ग्रामीण और उसका परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया है।
एसईसीएल जोहिला एरिया के कंचन ओपन कोयला खदान मे हैवी ब्लास्टिंग होने के कारण ग्राम महुरी निवासी बसंत कुमार द्विवेदी का घर बीते दिन लगभग 2:30 बजे धराशाई हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम महुरी निवासी बसंत कुमार द्विवेदी पेशे से ड्राइवर होने के कारण अपना ट्रक लेकर कैमोर गया हुआ था, जबकि उनकी पत्नी बच्चों सहित अपने मायके गई हुई थी। बीते दिन करीब तीन बजे दिन को बसंत कुमार द्विवेदी के भाई ने उनको दूरभाष द्वारा सूचना दी गई कि अचानक आपका घर गिर गया है। घर गिरने की खबर लगते ही बसंत कुमार द्विवेदी ने तुरंत अपने घर पहुँचकर अपने घर के गिरने की सूचना गाँव के सरपंच और पटवारी को दी गई।
कोयला खदान में की गई हैवी ब्लास्टिंग की वजह से घर गिरने के कारण बसंत कुमार द्विवेदी के घर मे रखा गृहस्थी का लाखों रुपए की कीमत का समान बर्बाद हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि कंचन ओपन कोयला खदान में कोयले के ज्यादा उत्पादन को लेकर शासन के नियमों को दरकिनार करते हुए हैवी ब्लास्टिंग की जाती है। जिस कारण महुरी निवासी बसंत कुमार द्विवेदी अब बेघर हो गए है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कालरी प्रबंधन के द्वारा कंचन ओपन कोयला खदान मे हैवी ब्लास्टिंग की जाती है, जिस कारण आसपास के गांव घुलघुली, परसेल, लहंगी, धनवाही, गहिराटोला, देवरी मजरा,महुरी, देवदण्डी मे निवासरत लोगो के घर मे भूकंप जैसी स्थिति बन जाती है। जिस कारण धीरे धीरे घरों मे दरारे आना भी शुरू जाती है। कंचन ओपन कोयला खदान में लगातार हैवी ब्लास्टिंग होने कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग डर के माहौल में अपना जीवन यापन करने को मजबूर है।
रिपोर्ट- चंदन श्रीवास मध्य प्रदेश