बोले राज्यपाल- अग्निपथ योजना जवानों के खिलाफ, पुनर्विचार करे सरकार
बागपत। मेघालय के राज्यपाल ने केंद्र सरकार की ओर से देश की तीनों सेनाओं में युवाओं की भर्ती के लिए लाई गई नई अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए कहा है कि नई भर्ती योजना अग्निपथ जवानों के खिलाफ हैऔर यह जवानों की उम्मीदों के साथ बड़ा धोखा है। उन्होंने सरकार से इस योजना को वापस लेने का आग्रह किया है।
रविवार को केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर अक्सर सार्वजनिक मंचों से अपनी तीखी टिप्पणी करने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अब देश की तीनों सेनाओं में युवाओं की भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध किया है। राज्यपाल ने कहा है कि नई भर्ती योजना अग्निपथ जवानों के खिलाफ है और उनकी उम्मीदों के साथ यह योजना एक बडा धोखा है। उन्होंने कहा है कि कई सालों की तैयारी के बाद चयनित हुआ जवान 6 महीने ट्रेनिंग करेगा और 6 माह की छुट्टी बिताएगा। इसके बाद चार साल की नौकरी करने के बाद जब सेना में चयनित हुआ जवान रिटायर होकर घर लौटकर आएगा तो उसका ब्याह भी नहीं होगा।
उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार को नई भर्ती योजना अग्निपथ पर पुनर्विचार करना चाहिए और पुरानी पद्धति के आधार पर ही देश की तीनों सेनाओं में जवानों की भर्ती की जानी चाहिए। यही देश और यहां की युवा पीढ़ी के लिए सही कदम है।
बागपत पहुंचे राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सेवानिवृत्ति के बाद सक्रिय राजनीति में आने की इच्छा पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उनकी राजनीति में आने की कतई इच्छा नहीं है और वह चुनावी राजनीति में नहीं जाना चाहते हैं। वह बोले कि पद मुक्त होते ही मैं कश्मीर को लेकर एक किताब लिखूंगा। किसानों एवं जवानों के लिए जहां पर जरूरी होगा, उनके लिए संघर्ष करूंगा।