गांव में फैलते कोरोना से बढी सरकार की टेंशन-गाइडलाइन जारी
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की विकराल होती भयावहता को देखते हुए देश के अलग-अलग राज्यों में लगाई गई पाबंदियों का असर दिखाई देने लगा है। पिछले कुछ दिनों के भीतर कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कमी देखने को मिल रही है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहे कोरोना के विस्तार ने केंद्र सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। जिसके चलते केंद्र सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस के प्रसार के मद्देनजर नए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
रविवार को केंद्र सरकार की ओर से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों के तहत कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 के खिलाफ जंग को तेज करने के लिए समुदायों को सक्षम करने और सभी स्तरों पर प्राथमिक स्तर के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की सख्त आवश्यकता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों में कहा गया है कि देश के प्रत्येक गांव में ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण समिति वीएचएसएनसी की मदद से आशाओं द्वारा समय-समय पर लोगों में इनफ्लुएंजा जैसी बीमारी, गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण के लिए सक्रिय निगरानी रखी जानी चाहिए।
फिलहाल महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, बिहार, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, तेलंगाना, जम्म,गोवा, चंडीगढ़ और लद्दाख में कोरोना संक्रमण की स्थिति काबू में दिखाई दे रही है। जबकि केरल, ,पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी और मणिपुर की स्थिति अभी भी कोरोना संक्रमण के मामले में चिंताजनक बनी हुई है। देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की संख्या घटने से राहत है, लेकिन 24 घंटे में फिर 4 हजार से अधकि लोगों की जान चली गई है। 24 घंटे में 3,10,580 नए केस सामने आए तो 4,075 मरीजों की मौत हो गई है। राहत की बात यह है कि नए मरीजों की संख्या के मुकाबले ठीक होने वालों की तादात अधिक होने की वजह से एक्टिव केसों में कमी आई है। 24 घंटे में 3,62,367 लोगों ने कोरोना को मात दी है।