मोदी से गहलोत का मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देने का आग्रह
बांसवाड़ा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राज्य के बांसवाड़ा जिले में स्थित ऐतिहासिक स्थल मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग करते हुए कहा है कि यह स्थल राष्ट्रीय स्मारक के रुप में स्थापित हो ताकि जलियावाला बाग की तरह इसकी भी देश में पहचान हो।
गहलोत आज यहां आजादी के अमृत महाेत्सव के तहत आयोजित मानगढ़ धाम की गौरवगाथा कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मानगढ़ में अंग्रेजों से लोहा लेते हुए 1500 से अधिक आदिवासी शहीद हो गए। आदिवासियों के इतिहास को महान बताते हुए उन्होंने कहा कि जितनी खोज की जाये इनके बारे में नई नई कहांनियां मिलेगी और जहां जहां आदिवासी रहते है, चाहे बिरसा मुंडा की बात हो या अन्य, आजादी की जंग में इनका योगदान था।
उन्होंने कहा कि मानगढ़ धाम ने इतिहास रचा है और यह गौरव की बात हैं। अब समय आ गया है कि इसे राष्ट्रीय स्मारक के रुप में स्थापित की जाये और जिस तरह जलियावाला बाग का इतिहास और पहचान है मुल्क के अंदर है, उसी तरह मानगढ़ धाम की पहचान देश के अंदर हो।
गहलोत ने कहा कि चार-पांच दिन पहले प्रधानमंत्री ने मानगढ़ को लेकर जानकारी प्राप्त की और इसके मायने होते हैं। उन्होंने कहा "मैं अपनी तरफ एवं प्रदेशवासियों की तरफ से प्रधानमंत्री से आग्रह करता हूं कि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा दे।"
उन्होंने कहा कि भारत गांधी का देश है और जहां लोकतंत्र की जड़े मजबूत और गहरी है जो 70 साल से जिंदा हैं। इस कारण दुनियां को अहसास हो गया और आज देश कहां पहुंच गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाहर जाते है तो उन्हें सम्मान मिलता है, क्योंकि वह भारत के प्रधानमंत्री है।
मुख्यमंत्री ने रतलाम-डूंगरपुर वाया बांसवाड़ा रेलवे परियोजना का फिर से काम शुरु करने की मांग करते हुए कहा कि इस पर काम शुरु कराये जाये तो राजस्थान के लिए सौगात होगी। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को इस धाम तक पहुंचने में सुविधा मिलेगी। उन्होंने राजस्थान को स्वास्थ्य क्षेत्र में आगे बताते हुए कहा कि राज्य की चिरंजीवी योजना का अध्ययन कराएंगे तो यह पूरे देश में लागू हो सकती है।