मदरसे में शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा- प्रबंधक समेत फंसी 6 की गर्दन
लखनऊ। मदरसे में फर्जी दस्तावेजों के सहारे ही एक पद पर दो शिक्षकों की भर्ती कर दी। इस मामले को लेकर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी द्वारा मदरसा प्रबंधक समेत 6 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराने के बाद प्रबंधन समिति अन्य लोगों में हड़कंप मच गया है। एक पद पर 2 लोगों की नियुक्ति के मामले का उस समय पता चला जब वेतन भुगतान का बिल विभाग में लगाया गया था।
दरअसल गोरखपुर के रहने वाले एजाज अहमद ने इसी साल की 4 जुलाई को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाना क्षेत्र के बलामपुर स्थित आहले सुन्नत नुरूल उलूम अतीकिया महाराजगंज तराई शिक्षकों की नियुक्ति फर्जीवाड़े का शिकायती पत्र भेजा था। चिट्ठी का संज्ञान लेते हुए जब अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी द्वारा मामले की विभागीय जांच कराई गई तो पाया गया कि अमजद रजा एवं शहादत अली को नियम विरुद्ध जाकर मदरसे में शिक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है।
तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने मदरसा शिक्षा परिषद को अपनी रिपोर्ट भेजी थी। उप निदेशक प्रयागराज मंडल जगमोहन सिंह ने मामले की विस्तृत जांच पड़ताल करने के बाद उपनिदेशक को इस मामले की जानकारी दी, जिसके बाद उपनिदेशक द्वारा फर्जीवाड़े के इस बड़े मामले में एफ आई आर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए थे। अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी डॉ प्रियंका अवस्थी ने अब उपनिदेशक के निर्देशों के अनुपालन में मदरसा प्रबंधक समेत छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
उपनिदेशक प्रयागराज मंडल जगमोहन सिंह द्वारा की गई जांच में सामने आया है कि प्रबंधक सुबराती ने मदरसे में तैनात शिक्षक अनीस अहमद की 2020 की 20 अगस्त को हुई मौत के बाद शहादत अली की नियुक्ति फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कर दी थी। इसके बाद फैजान अहमद की नियुक्ति भी इसी तरह से की गई। प्रबंधक ने प्रधानाचार्य एवं लिपिक के सहयोग से एक ही तारीख और एक ही पत्रांक संख्या से दोनों के नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिए थे।