रिश्वतखोरी के अलग-अलग मामलों में जज के रीडर सहित चार गिरफ्तार
चंडीगढ़। हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वतखोरी की चार अलग-अलग शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए एक सहायक लाइनमैन, न्यायिक मजिस्ट्रेट के रीडर और अहलमद तथा कानूनगो (सेवानिवृत्त) सहित चार आरोपियों को 40,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी साझा करते हुए बताया कि आरोपियों को सोनीपत, फरीदाबाद और जींद जिलों से गिरफ्तार किया गया है। ब्यूरो की टीम ने पहले मामले में सोनीपत के बहालगढ़ उपमंडल में तैनात सहायक लाईनमेैन लवकुश को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। गाँव पबसरा निवासी शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने औद्योगिक क्षेत्र, झूडपुर स्थित उसके प्लॉट में अस्थायी बिजली मीटर कनेक्शन लगाने के एवज में 25,000 रुपये रिश्वत की मांग की थी। शिकायत मिलने के बाद ब्यूरो की टीम ने जाल बिछा कर आरोपी को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एक अन्य मामले में ब्यूरो ने फरीदाबाद के न्यायिक दंडाधिकारी(प्रथम श्रेणी) की अदालत में अहलमद के पद पर तैनात क्लर्क सुमित को शिकायतकर्ता से तीन हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। आरोपी वाहन चालान का निपटारा करने के एवज में रिश्वत ले रहा था।
प्रवक्ता के अनुसार तीसरे मामले में ब्यूरो की टीम ने फरीदाबाद में न्यायिक दंडाधिकारी(प्रथम श्रेणी) की अदालत में रीडर के पद पर तैनात क्लर्क हंसराज को दो हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। आरोपी हंसराज ने ट्रैफिक चालान के भुगतान की तारीख जल्दी देने की एवज में शिकायतकर्ता से 2000 रुपए की रिश्वत ले रहा था।
एक अन्य मामले में ब्यूरो की टीम ने सेवानिवृत्त कानूनगो रामदिया को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। जींद के कुचराना कलां गांव के विक्रम ने ब्यूरो को दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि आरोपी कानूनगो जमीन की खेवट अलग करने के नाम पर रिश्वत ले रहा था। आरोपियों पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून और भारतीय दंड संहिता की सम्बंधित धाराओं के तहत मामले दर्ज किये गये हैं और आगे की जांच जारी है।