भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश- 8 गिरफ्तार
आगरा। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अन्तराज्यीय स्तर पर अवैध रुप से भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को आगरा से गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ की आगरा फील्ड इकाई ने सूचना पर अलग-अलग स्थानों पर अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण करने वाले गिरोह की महिला समेत आठ सदस्यों को एत्माद्वौला के ट्रान्स यमुना कालौनी और अच्छनेरा इलाके के रैपुरा अहीर से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों में आगरा निवासी योगेन्द्र उर्फ बनिया, जोगेन्द्र, बन्टी उर्फ मोहन, भरत सिंह और सरिता के अलावा मध्य प्रदेश के मुरैनी निवासी धीरज, ग्वालियर निवासी रंजीत और धौलपुर राजस्थान निवासी भरत सिंह को कल शाम गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोगों के पास से 84090 रूपये नकद, चार अल्ट्रासाउण्ड पोर्टेवल मशीनें, 13 मोबाईल फोन, दो आधार और पैन कार्ड ,दो चार पहिया और एक दो पहिया वाहन बरामद किए।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ को पिछले काफी दिनों से अन्तर्राजीय स्तर पर फर्जी एवं अवैध रूप से गर्भवती महिलाओं का भू्रण लिंग परीक्षण करने वालों डाक्टरों के सम्बन्ध में सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। इसी क्रम में सटीक सूचना मिलने पर एसटीएफ ने यह कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि योगेन्द्र सिंह उर्फ बनिया के घर पर गर्भवती महिला का अवैध
रूप से भू्रण लिंग परीक्षण कर रहे गिरोह के 06 सदस्यों को गिरफ्तार कर मौके से तीन अल्ट्रासाउण्ड मशीन पोर्टेवल बरामद की गयी। इसके अतिरिक्त भ्रूण परीक्षण करा रही महिला सीमा देवी का पति भरत सिंह को मौके से गिरफ्तार किया गया। गर्भवती महिला का अवैध रूप से भ्रूण लिंग परीक्षण कर रहे व्यक्ति धीरज की निशानदेही पर एत्माद्वौला की महिला उपनिरीक्षक चन्द्रकान्ता भारद्वाज के साथ एत्माद्वौला इलाके के ट्रान्सयमुना कालौनी फेस-ं 2 में बने डा0 राजीव कुमार के घर पर दबिश देकर सरिता को गिरफ्तार कर मौके से एक अल्ट्रासाउण्ड पोर्टेवल मशीन बरामद की। इस दौरान पंकज तिवारी व डाक्टर राजीव कुमार भागने में सफल रहे।
गिरफ्तार किये गये गिरोह के सदस्यों ने बताया गया कि ये लोग गर्भवती महिलाओं के भ्रूण लिंग की जांच करने के लिए महिला अस्पतालों एवं आस-पास के क्षेत्रों में जाकर ऐसी महिलाओं की तलाश करते थे, जिन्हे उक्त जांच करानी होती थी तथा एक परीक्षण करने के एवज में 15 से 20 हजार रूपये ले लेते थे। गिरोह के सदस्य कभी एक स्थान पर भू्रण लिंग की जांच का कार्य नहीं करते थे बल्कि स्थान बदल-बदल कर भिन्न भिन्न स्थानों पर इस कार्य को अंजाम दिया करते थे। ये लोग लम्बे समय से इस काम को रहे रहे थे तथा दिन में 10 से 15 गर्भवती महिलाओं का भ्रूण लिंग की जांच की जाती थी। गिरफ्तार आरोपियों को आग्रिम कार्रवाई के लिए थाना एत्माद्वौला में दाखिल करा दिया गया है।
वार्ता