किसान नेताओं को मिली जेल से रिहाई-थानों का घेराव स्थगित
चंडीगढ़। भाजपा विधायक का घेराव करने के लिए जाते समय गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं को जमानत मिलने के बाद अर्धरात्रि के पश्चात रिहा कर दिया गया। जेल से बाहर आते ही दोनों किसान नेता टोहाना के सदर थाने में चल रहे धरने पर पहुंचे। किसान नेताओं की रिहाई होने से सोमवार को होने वाला थानों का घेराव कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।
दरअसल किसान नेता विकास सीसर और रवि आजाद बीते दिनों भाजपा विधायक देवेंद्र सिंह बबली के घर पर किसान आंदोलन के चलते उनका घेराव करने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों किसान नेताओं के साथ अन्य किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद पुलिस ने अन्य किसानों को तो थाने से ही रिहा कर दिया। लेकिन विकास सीसर और रवि आजाद को लिखा पढ़ी कर जेल भेज दिया। 2 किसान नेताओं की गिरफ्तारी से नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों में उबाल आ गया। जिसके चलते भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान नेताओं की रिहाई न होने पर सोमवार को हरियाणा के थानों के घेराव की घोषणा कर दी गई।
भाकियू नेता की इस घोषणा के बाद सभी किसान थानों के घेराव की तैयारियों में जुट गए। इसी बीच रविवार को किसान नेता रवि आजाद और विकास सीसर की न्यायालय की ओर से जमानत मंजूर कर ली गई। परवाना जेल में पहुंचा तो रविवार की अर्धरात्रि के बाद दोनों किसान नेताओं को कारागार से रिहा कर दिया गया। जेल से बाहर आने के बाद दोनों किसान नेता सीधे टोहाना के सदर थाने में चल रहे धरना स्थल पर पहुंचे। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व अन्य किसान नेता उन दोनों से मिले और घटना वाले दिन के समूचे वाकिये को लेकर चर्चा की। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष जोगिंदर घासीराम नैन ने कहा कि दोनों किसान नेता विकास सीसर व रवि आजाद की जमानत के बाद प्रदेश भर के थानों का घेराव स्थगित किया गया है। सिर्फ टोहाना के सदर थाने का ही घेराव जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जब तक जेल में बंद उनका एक साथी मक्खन सिंह रिहा नहीं हो जाता तब तक यह धरना जारी रहेगा।